नई दिल्ली 29 दिसंबर (वीएनआई) आरबीआई के नए डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य अर्थ शास्त्री के साथ इंजीनियर और संगीतज्ञ भी.न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न बिज़नेस स्कूल में प्रोफेसर रहे हैं.
वे उर्जित पटेल की जगह ले रहे हैं जो अब पदोन्नति के बाद आरबीआई के गर्वनर बन चुके हैं.अगले 3 साल के लिए विरल आचार्य आरबीआई के डिप्टी गवर्नर बने रहेंगे। विरल आचार्य, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के इकोनॉमिक्स प्रोफेसर हैं और 2008 में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं। 42 वर्षीय विरल आचार्य ने आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।संगीत के बेहद शौकीन विरल आचार्य कई वर्ष पहले'यादों के सिलसिले' नाम से एक म्यूज़िक एलबम भी निकाल चुके हैं.
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में पीएचडी की है।किविरल आचार्य का चयन सौ से अधिक लोगों में से किया गया है जिन्होंने डिप्टी गवर्नर के लिए आवेदन किया था.आचार्य ऐसे समय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर नियुक्त किये गये हैं जब कि नोटबंदी के बाद नियमों में बार बार बदलाव को लेकर केन्द्रीय बैंक की आलोचना की जा रही है।
इससे पहले वे लंदन बिज़नेस स्कूल (एलबीएस) में भी अर्थशास्त्र ही पढ़ाते थे.विरल आचार्य के पास बैंक ऑफ इंग्लैंड में भी काम करने का अनुभव है।
अर्थशास्त्र की दुनिया में कदम रखने से पहले विरल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मुंबई से 1995 मे स्नातक की उपाधि हासिल की.इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में पीएचडी की
विरल आचार्य 'यूरोपियन सिस्टेमैटिक रिस्क बोर्ड' की वैज्ञानिक परामर्श समिति में बतौर सदस्य भी काम कर चुके हैं.
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सेबी और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में भी विरल आचार्य ने सदस्य के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं.
गौरतलब है कि आरबीआई में चार डिप्टी गर्वनर होते हैं जिनमें से दो को पदोन्नति के ज़रिए बनाया जाता है. बाकी दो में से एक कमर्शियर बैंकर होता है जबकि एक पोस्ट अर्थशास्त्री के हिस्से में होती है.