श्रीनगर, 10 जुलाई ( ्वीएनआई) सुरक्षाबलों और हिंसक प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष में 15 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई, जिसके बाद घाटी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया।
कश्मीर के संभागीय आयुक्त असगर हुसैन समून ने संवाददाताओं को बताया कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी कश्मीर घाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जो शनिवार आधी रात से लागू है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने में प्रशासन को सहयोग देने की अपील की।
कश्मीर हिंसा को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक के दौरान गृहमंत्री ने सभी अधिकारियों को हालात से जल्द से जल्द निपटने के निर्देश दिए। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के लोगों से शांति की अपील की। उन्होंने एक बयान में कहा कश्मीर घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए केंद्र जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा की घटनाओं में मूल्यवान जीवन क्षति से बहुत आहत हूं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’
गौरतलब है कि हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद उपजे संघर्षो में दोरू अनंतनाग के आदिल बशीर, अचाबल अनंतनाग के दानिश आयूब, अरवानी अनंतनाग के अब्दुल हामिद मूची, हरवत कुलगाम के खुर्शीद अहमद, बिजबेहरा अनंतनाग के जहांगीर गनाई, शोपियां के आजाद हुसैन, सिलिगाम अनंतनाग के एजाज अहमद ठोकरू, कोकरनाग अनंतनाग के अशरफ डार, बिजबेहरा अनंतनाग के शौकत अहमद, खानाबल अनंतनाग के हसीब अहमद और अचाबल अनंतनाग के साकिब मीर की मौत हुई है। 21 वर्षीय वानी चरमपंथ समर्थकों का चहेता था और सोशल मीडिया पर उसके हजारों की संख्या में अनुयायी थे।
हंगामे की वजह से अमरनाथ यात्रा आज भी बंद रहेगी। श्राइन बोर्ड ने तय किया है कि हालात सामान्य होने तक यात्रा को स्थगित रखा जाए। सारे श्रद्धालु पहलगाम में रोके गए थे। शनिवार देर रात उन्हें जम्मू लाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद अलाववादियों ने घाटी में बंद का आह्वान किया है, जो सोमवार तक जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की अध्यक्षता में आज श्रीनगर में मंत्रिमंडल की बैठक होगी, जिसमें राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा होगी।