नई दिल्ली, 03 मार्च, (वीएनआई) आज क्रन्तिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के डीयू एसओएल छात्र संघ के कार्यकारी परिषद् ने एक मीटिंग में यह निश्चय किया कि आने वाले समय में स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग के 4,50000 छात्र-छात्राएं च्वाईस आधारित क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) का विरोध करेंगे| ज्ञात हो कि एसओएल के कॉरेस्पोंडेंस छात्र पिछले लम्बे समय से रेगुलर इवनिंग कॉलेज के अधिकार को लेकर संघर्ष कर रहे हैं तथा च्वाईस आधारित क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) स्टूडेंट्स को रेगुलर रेगुलर कॉलेज का ‘च्वाईस’ नहीं देता|
क्रन्तिकारी युवा संगठन के अनुसार दिल्ली विश्वविद्यालय के अन्दर पहले से ही दो तरह के डिग्री कोर्स चल रहे हंस जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) का उल्लंघन है| जहाँ एक ओर रेगुलर कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम है वहीँ दुसरे ओर स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग में वार्षिक व्यवस्था है| च्वाईस आधारित क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के आने से एसओएल के डिग्री कोर्स का अवमूल्यन होगा| इसके साथ-साथ एसओएल में पहले ही ‘च्वाईस’ का बहुत कम विकल्प है क्योंकि हिंदी, इतिहास, अर्थशास्त्र में स्नातक के कोर्स नहीं है|
संगठन के कार्यकर्ताओं ने साथ ही यह भी बताया की दिल्ली विश्वविधालय में सुधार इस समय ये होना चाहिए था कि नए कॉलेज/विश्वविद्यालय बनाये जाए| अभी देश के 82% युवा उच्च शिक्षा से बाहर हैं| सरकार मजदूर-गरीब किसानों के परिवारों से आये हुए युवाओं के बारे में बिलकुल भी चिंतित नहीं दिखती है|