नई दिल्ली, 13 जनवरी (वीएनआई)1971 के बांग्लादेश युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले 93 वर्षीय ले. जनरल (रिटायर्ड) जैकब ने आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) में सुबह करीब 8.30 बजे अंतिम सांस ली। अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें निमोनिया हुआ था। उन्हें एक जनवरी को भर्ती कराया गया था।ब्रिटिश भारत के अंतर्गत बंगाल प्रेसीडेंसी में जन्मे जैकब 19 वर्ष की उम्र में सेना में शामिल हो गये थे और 1978 में सेवानिवृत्त होने से पहले उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध और 1965 के भारत-पाकिस्तात युद्ध में अपने सैन्य जौहर दिखाए। वर्ष 1923 में जन्मे जैकब को 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की जीत और बांग्लादेश की आजादी में उनकी शानदार भूमिका के लिए जाना जाता है, जैकब 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारतीय सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं।वह जैकब ही थे जिन्हें मानिकशॉ ने आत्म समर्पण की व्यवस्था करने ढाका भेजा था. उन्होंने ही जनरल नियाज़ी से बात कर उन्हें हथियार डालने के लिए राज़ी किया था. जैकब ने 1971 के अभियान पर दो पुस्तकें लिखी हैं. वह गोवा व पंजाब के राज्यपाल भी रहे।