नई दिल्ली,1 अगस्त (अर्चनाउमेश/वीएनआई) चमकती, दमकती और बेदाग त्वच कौन नही चाह्ता है, झुरियो से कौन नही बचना चाहता है,,, तो जानिये ऐसी त्वचा पाने के कुछ नायाब घरेलू नुस्खे---
एक चम्मच दुध की ठंडी मलाई में नींबु के रस की चार पाँच बूंदें मिलाकर झुर्रियाँ पर सोते समय अच्छी तरह मलें। फिर गुनगुने पानी से चेहरा अच्छी तरह धोएं और बाद में तौलिए से रगड-पोंछकर सुखा लें। इसके बाद मलाई दोनों हथेलियों से तब तक मलते रहें जब तक कि मलाई घुलकर त्वचा में रम न जाए। आधा घण्टे बाद पानी से धो डालें परन्तु साबुन या शम्पू का प्रयोग न करें। रोज 15-20 दिन तक नियमित प्रयोग से झुर्रियाँ दुर होती हैं तथा चेहरे के काले दाग मिट जाते हैं।
जौ का आटा और शहद का गाढ़ा पेस्ट बनाकर चेहरे, गले, हाथ पर लगायें। थोड़ा सूख जाने के बाद इस पेस्ट के उपर दही का लेप लगायें। लगभग 30 मिनट बाद गुनगुने पानी से चेहरा, गला, हाथ साफ कर लें। ऐसा करने से चेहरे, गला, हाथ पर जो दाग होते हे वह साफ हो जाते है एवं चेहरे पर झुरियां भी नहीं पड़ेगी .
आयुर्वेद के अनुसार त्वचा की झुर्रियाँ मिटाने के लिए आधा गिलास गाजर का रस शाम से पहले नित्य शाम चार बजे दो तीन सप्ताह लें।
स्नान करने के बाद जैतून के तेल से त्चचा की मालिश करें। उंगलियों के पोरो को तेल मे डुबाकर झूर्रियों के विपरित दिशा मे मालिश करने से त्वचा की झूर्रियों दूर होती है।
कच्चे दूध मे रुइ या मुलायम कपड़ा भिगोकर चेहरे, गर्दन, हाथों के त्चचा पर धीरे धीरे मलें । १०-१५ मिनट के बाद त्वचा ठंडे पाने से धो लें। निरंतर इस प्रयोग से चेहरे की झूर्रियों दूर हो कर चेहरा स्निग्ध व कोमल बन जाता है।
जैतून के तेल में कुछ बुदें नीबू के रस की मिलाकर चेहरे पर लगाने से दाग साफ होते है।
झाइयाँ अकसर पेट की खराबी से ही होती हैं या फिर अधिक तनावग्रस्त रहने से। अत: हमेशा खुश रहें, चिंता को पास न फटकने दें, खूब पानी पिएँ, दिन में कम से कम एक बार नीबू निचोड़कर पिएँ।
आयुर्वेद के अनुसार सफेद जीरा, काला जीरा, सरसों और काला तिल बराबर मात्रा में लेकर गाय के दूध में पीसकर उबटन करने से झाइयाँ और चेहरे के दाग दूर हो जाते हैं। चेहरा खिल उठता है.जैतून के तेल में कुछ बुदें नीबू के रस की मिलाकर चेहरे पर लगाने से दाग साफ होते है।
नाभि में प्रतिदिन सरसों तेल या शुद्ध घी रात में लगाकर थोड़ी देर चुपड़ना चाहिए इससे होठ नहीं फटते। होंठ मुलायम, चमकीले व गुलाबी हो जाते है.
कच्चे दूध मे रुइ या मुलायम कपड़ा भिगोकर चेहरे, गर्दन, हाथों के त्चचा पर धीरे धीरे मलें । 10-15 मिनट के बाद त्वचा ठंडे पाने से धो लें। निरंतर इस प्रयोग से चेहरे की झूर्रियों दूर हो कर चेहरा स्निग्ध व कोमल बन जाता है।
गुनगुने पानी मे थोडा सा शुद्ध चनेका बेसन को घोल कर पेस्ट सा बना लें, इसे चेहरे के त्चचा पर मल कर त्चचा साफ कर लें । अब एक चम्मच शहद नीचे से उपर की तरफ लगाए। आधे घंटे बाद चेहरे व शहद लगे अन्य भागों को धो दें। यह प्रयोग लगातार 6-7 सप्ताह करते रहने से बढती उम्र के कारण उत्पन्न झूर्रियों दूर होती है।
रात को सोने के एक घण्टा पहले एवं प्रात: स्नान एक घण्टा पहले चहरे और गले पर शहद की मालिस करने से त्वचा के रूखेपन, तैलीयपन से मुक्ति मिलती है तथा त्वचा एवं चेहरा चमकदार होता है। शहद जब सूखने लगे तो पानी से धो लें.
संतरे के छिल्कों को छाया में सुखाकर बनाया गया बारिक चूर्ण और बराबर मात्रा में बारीक पिसी हुई मुल्तानी मिट्टी दुगुनी मात्र में मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को पन्द्रह मिनट पानी में भिगोने के बाद गाढ़ा घोल बना लें और इसका मुहांसों पर लेप करं। दस मिनट लगा रहने के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें.इस प्रकार 4-6 सप्ताह के प्रयोग से मुंहासे नष्ट हो जाते हैं।
पके हुए पपीते का एक टुकडा काटकर चेहरे पर घिसें या गूदा मसलकर चेहरे पर लगाएं। कुछ देर बाद स्नान कर लें। कुछ दिन लगातार ऐसा करने से चेहरे की झुर्रियाँ, धब्बे, दूर होते हैं, मैल नष्ट होता है। व मुहाँसे मिटकर चेहरे की रंगत निखरती है।
सेब को महीन पीस लें फिर उस में शहद तथा जौ का आटा मिलाकर हल्की आंच पर गर्म कर लें। इस गुनगुने पेस्ट को चेहरे पर लगायें, लगभग 30 मिनट में यह पेस्ट चेहरे पर सूख जाता हैं। इसे पहले गुनगुने पानी से धो लें, फिर शीतल जल से धो लें। ऐसा करने से चेहरा आकर्षक दिखायी देता हैं।
दो चमम्च मुलतानी मिट्टी, दो चमम्च चने का बेसन तथा गुलाबजल मिला लें। पेस्ट को गले-चेहरे पर अच्छी तरह से लगाकर 30 मिनट लगा रहने दें, और सूखने के बाद इसे धो लें । ऐसा कर ने से चहरे के रोम कूप खुलते है जिससे चेहरा स्वस्थ्य और सुंदर होता है।
चेहरे पर झुर्रियों हों ही न ऐसा करने के लिए अंकुरित चने व मूंग को सुबह व शाम खाएँ। इनमें विद्यमान विटामिन 'इ' झुर्रियाँ मिटाने और युवा बनाये रखने में विशेष सहायक होता है। वी एन आई