नई दिल्ली, 3 दिसंबर, (वीएनआई) दक्षिण कोरिया ने आपातकालीन मार्शल लॉ घोषित कर दिया है। राष्ट्रपति यून सुक येओल ने आज अचानक आपातकालीन स्थिति में राष्ट्र को संबोधन में मार्शल लॉ की घोषणा की।
राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में उत्तर कोरियाई समर्थक ताकतों को खत्म करने और संवैधानिक लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करने की कसम खाई। अपने संबोधन में येओल ने दावा किया कि वह 'बेशर्म उत्तर कोरिया समर्थक राज्य विरोधी ताकतों' का सफाया कर देंगे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था की रक्षा के लिए उनके पास इस तरह के उपाय का सहारा लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने देश को संकट में धकेलने के इरादे से संसदीय प्रक्रिया को बंधक बना लिया है। उन्होंने आगे कहा, मैं उत्तर कोरियाई कम्युनिस्ट ताकतों के खतरे से मुक्त कोरिया गणराज्य की रक्षा करने, हमारे लोगों की स्वतंत्रता और खुशी को लूटने वाली घृणित उत्तर कोरियाई समर्थक राज्य विरोधी ताकतों को खत्म करने और स्वतंत्र संवैधानिक व्यवस्था की रक्षा करने के लिए मार्शल लॉ की घोषणा करता हूं।
गौरतलब है दक्षिण कोरिया का इतिहास कई तानाशाही नेताओं से जुड़ा रहा है। हालांकि इस बीच 1980 के दशक के दौरान दक्षिण कोरिया में लोकतांत्रिक नेताओं की सक्रियता भी रही। हालांकि आपातकाल लगाने के दौरान राष्ट्रपति येओल ने परमाणु ऊर्जा से संचालित उत्तर कोरिया से किसी विशेष खतरे का उल्लेख नहीं किया, लेकिन येओल ने दक्षिणी राजनीतिक क्षेत्र में अपने विरोधियों की ओर इशारा किया।
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