इस्लामाबाद, 14 मार्च (वीएनआई)| पाकिस्तान किसी भी देश या 'गैर राजकीय तत्वों' (नान स्टेट एक्टर्स) को सामूहिक विनाश के हथियार (डब्ल्यूएमडी) स्थानांतरित नहीं करने के लिए प्रतिबद्ध है। पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने आज यह बात कही। डब्ल्यूएमडी के तहत परमाणु, रसायनिक एवं जैविक हथियार आते हैं।
विदेश मामलों के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि इस्लामाबाद में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव नंबर 1540 के कार्यान्वयन पर एक सेमिनार में अजीज ने कहा कि एक जिम्मेदार परमाणु राज्य के नाते पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ अपनी भागीदारी जारी रखेगा, ताकि इन हथियारों को गैर राजकीय तत्वों की पहुंच से परे रखा जा सके। इसके साथ ही अजीज ने कहा कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र के तथा अन्य विकासशील देशों को अपनी विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकीय जानकारियां मुहैया कराने का इच्छुक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि परमाणु अप्रसार के लक्ष्यों और विकासशील देशों को शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए दोहरे इस्तेमाल वाली तकनीकों को इस्तेमाल करने देने के बीच संतुलन बनाना जरूरी है। अजीज ने इस बात पर भी जोर दिया कि उन्नत क्षमता वाले देशों को इन प्रौद्योगिकियों के निर्यात नियंत्रण प्रशासन में भाग लेने और योगदान करने का समान अवसर मिलना चाहिए।
इसी संदर्भ में उन्होंने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए पाकिस्तान के सक्षम होने का जिक्र करते हुए उसे इसकी सदस्यता दिए जाने की वकालत की। निरस्त्रीकरण मामलों के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की साझेदारी से पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय सेमिनार में चीन और रूस समेत दक्षिण और मध्य एशिया के 13 देशों और परमाणु एवं रसायनिक हथियारों पर नियंत्रण के लिए कार्यरत अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा संकल्प 1540 को 2004 में स्वीकार किया गया था। यह वैश्विक स्तर पर डब्ल्यूएमडी अप्रसार के महत्वपूर्ण साधनों में से एक है।