लंदन, 13 जुलाई, (वीएनआई) पनपा पेपर मामले में दोषी पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि वह अपनी बीमार पत्नी को लंदन में अल्लाह के भरोसे छोड़ रहे हैं और जेल में डाले जाने परवाह किए बगैर पाकिस्तान लौट रहे हैं।
गौरतलब है नवाज शरीफ अपनी बीमार पत्नी कुलसुम के पास लंदन में थे। नवाज ने अपनी बेटी मरियम नवाज के साथ बीते गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वह अपनी पत्नी को फिर से आंखे खोलते देखने की कामना करते हैं और राष्ट्र से उनके जल्द स्वस्थ होने के लिए दुआ करने का अनुरोध करते हैं। गौरतलब है पनामा पेपर लीक के बाद नवाज के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के तीन मामलों में एक (ऐवनफील्ड संपत्ति मामला) में उन्हें कुछ ही दिन पहले एक भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने 10 साल कैद की सजा सुनाई है। शरीफ ने कहा कि वह जेल की परवाह किए बगैर लौट रहे हैं। वह इस बात को लेकर दुखी हैं कि वह अपनी बीमार पत्नी को वेंटीलेटर पर छोड़ कर जा रहे हैं।
नवाज शरीफ ने कहा, मैं वोट को सम्मान देने के वादे को पूरा करने के लिए लौट रहा हूं।’ देश में 25 जुलाई को आम चुनाव है। उन्होंने कहा कि वह अब नहीं रुकेंगे, चाहे उन्हें जेल में डाल दिया जाए या फांसी दे दी जाए। शरीफ ने ऐवनफील्ड मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि फैसले में यह लिखा हुआ है कि उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों से दोषमुक्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि फैसले में यह लिखा जाना चाहिए था कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई साक्ष्य नहीं पाया जा सका। क्या ऐसा कोई पाकिस्तानी है जिसकी तीन पीढ़ियों को इस तरह की जवाबदेही का सामना करना पड़ा हो? शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों ने एक बार फिर से न्याय का ‘असली चेहरा’ देखा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान की हर संस्था का सम्मान किया है। उन्होंने देश को 1998 में परमाणु शक्ति संपन्न बनाया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की कि वह लंदन से नहीं लौटेंगे। शरीफ ने कहा, 'जो लोग मुझे विदेश यात्रा प्रतिबंध सूची में रख रहे हैं उन्हें जानना चाहिए कि मैं वापस आ रहा हूं। मैं और मरियम वापस आ रहे हैं। यह मेरा उनके लिए संदेश है कि मैं उनमें से नहीं जो भाग जाउंगा।’
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