काहिरा, 3 मार्च (वीएनआई) सीरिया की सरकारी सेनाओं ने प्राचीन पल्माइरा पर दोबारा नियंत्रण स्थापित कर लिया है।जनरल स्टाफ ऑफ सीरियन आर्मी ने गुरुवार को कहा कि उसने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के कब्जे से पल्मायरा पर दोबारा नियंत्रण स्थापित कर लिया है।
संयुक्त राष्ट्र में सीरिया के राजदूत बशर अल जाफ़री ने बृहस्पतिवार को कब्ज़े की पुष्टि करते हुए कहा कि शहर को चरमपंथी संगठन से आज़ाद कर राष्ट्रपति बशर अल असद ने अपने वादे को पूरा किया है.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, पल्मायरा में कई महीनों से सीरियाई सेना और आईएस के बीच भारी संघर्ष जारी है।
सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना के मुताबिक, "हमारे सुरक्षाबलों ने पल्मायरा और आसपास के क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है।"
पल्मायरा पर आईएस के कब्जे के तीन महीने बाद गुरुवार को ईरान और रूस की सेनाओं की टुकिड़यां पल्मायरा पहुंची।
सेना के मुताबिक, आईएस आतंकवादियों को पल्मायरा से खदेड़ना आतंकवादी संगठन के लिए एक जबरदस्त झटका है।
युद्ध निगरानी समहू के मुताबकि, इससे पहले आईएस के अधिकतर लड़ाके पल्मायरा से भाग खड़े हु थे।
ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था सीरिया ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, आईएस ने पल्मायरा पर दोबारा कब्जा करने के लिए शहर के कई हिस्सों में बारूदी सुरंग लगा रखी थी।
सना के मुताबिक, सेना की इंजीनियरिंग इकाइयों ने कई विस्फोटकों को ध्वस्त कर दिया था।
गौरतलब है कि दिसंबर में जेहादियों ने यूनेस्को की सूची में शामिल इस पुरातात्विक स्थल पर फिर से कब्ज़ा कर लिया था और इस प्राचीन शहर के कुछ हिस्सों को धमाकों से नष्ट कर दिया था. र्इस्लामिक स्टेट आतंकवादियों ने प्राचीन शहर पल्माइरा के करीब 2,000 साल पुराने एक मेहराब को नष्ट कर दिया था जो इराक और सीरिया में आतंकवादी समूह के नियंत्रण वाले क्षेत्र में ऐतिहासिक इमारतों को नष्ट करने के उनके अभियान का ही हिस्सा था।
यूनेस्को के मुताबिक, पल्माइरा में प्राचीन भग्नावशेष हैं जो संस्कृति के लिहाज से काफी महत्व रखते हैं जिन्हें इस्लामिक स्टेट की वजह से काफी नुकसान पहुंचा है.