न्यूयॉर्क, 15 जुलाई (राधिका भिरानी )। अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य तुलसी गबार्ड का कहना है कि आतंकवाद से निपटने के लिए मजबूत भागीदारी भारत और अमेरिका के आपसी संबंधों को और मजबूत करेगी।
डेमोक्रेटिक पार्टी की हवाई राज्य की प्रतिनिधि ने शुक्रवार को फिक्की-आईफा वैश्विक व्यापार फोरम में कहा, "भारत और अमेरिका के बीच सैन्य क्षेत्र में सहयोग और साथ में किए जाने वाले सैन्य अभ्यासों की संख्या किसी भी अन्य साझीदार के मुकाबले बढ़ता ही जा रहे हैं।"
अमेरिका की पहली महिला हिंदू सांसद गबार्ड से कार्यक्रम में अमेरिका में कार्यरत भारतीय राजदूत नवतेज सरना ने बातचीत की।
गबार्ड और सरना ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए नए अवसरों को तलाश के बारे में चर्चा की।
गबार्ड ने आतंकवाद विरोधी सहयोग को बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा, "देश की स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए और साझेदरी व सहयोग के लाभ को जारी रखने पर सहमति है। अपरंपरागत आतकंवाद विरोधी खतरों का एक साथ सामना करने पर भी सहमति है, क्योंकि इससे फिर हम मजबूत बनेंगे।"
सरना ने भारतीय, जापानी और अमेरिकी नौसेना के बीच चल रहे मालाबार संयुक्त नौसेना अभ्यास का जिक्र करते हुए कहा, "भारत और अमेरिका के विमान वाहक, पनडुब्बियों के साथ मिलकर अभ्यास कर रहे हैं। इस साल भारत को अमेरिका द्वारा एक प्रमुख रक्षा साझीदार माना गया है..हमें मिलकर लड़ने की जरूरत है और हम हाल ही में भारतीय तीर्थयात्रियों पर हुए हमले में मिली निजी प्रतिक्रियाओं की सराहना करते हैं।"
गबार्ड ने यह भी कहा कि मोदी की यात्रा को लेकर वाशिंगटन में अभी भी उत्साह देखने को मिल रहा है।
गबार्ड ने उल्लेख किया कि दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी, शिक्षा, कला और संस्कृति के साथ ही आर्थिक भागीदारी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी (आईफा) का यहां आयोजन होना और इसका जश्न मनाया जाना यह दर्शाता है कि न सिर्फ भारतीय-अमेरिकी बल्कि अमेरिकी दर्शक भी इसमें दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इससे दोनों देशों के बीच आपसी समझ और आत्मीयता बढ़ रही है।--आईएएनएस
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