ढाका, 30 मई (वीएनआई) तूफान 'मोरा' ने आज बांग्लादेश में दस्तक दे दी, इसके मद्देनजर पहले हीदेश के दक्षिण तटीय इलाकों से लगभग 300,000 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था । मौसम विभाग ने तूफान मोरा के कॉक्स बाजार और चटगांव में दस्तक देने की चेतावनि दी थी
इससे पूर्व देश के आपदा प्रबंधन विभाग के कार्यवाहक निदेशक अबू सैयद मोहम्मद हाशिम ने बताया, "अभी भी काफी लोग सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचने के लिए मदद की आस में हैं। हासिम ने कहा, स्थानीय लोग 17 तटीय जिलों के स्कूलों और अन्य इमारतों में आश्रय ले रहे हैं। अधिकारियों ने तूफान के मद्देनजर 3,800 राहत केंद्रों की व्यवस्था की है।
बांग्लादेशी स्टेट मीडिया के मुताबिक, तूफान के चलते चिकित्सीय टीम का गठन किया गया है और नर्सो से छुट्टी रद्द करने का अनुरोध किया गया है। सीएनएस के मुताबिक, कॉक्स बाजार के कुछ निचले इलाके असामान्य उच्च ज्वार की वजह से पहले से ही जलमग्न हो गए हैं।
गौरतलब है कि चक्रवाती तूफान मोरा के कारण भारत के मिजोरम, मेघालय, मणिपुर पर खासा असर पड़ सकता है. इसको लेकर बांग्लादेश में भी सिग्नल 7 का खतरा जारी किया गया है. मोरा के कारण बांग्लादेश के चिटगांव, नौखाली, लक्ष्मीपुर, फेनी और चांदपुर पर बड़ा असर होगा. कहा जा रहा है कि बांग्लादेश को छूने के कुछ ही समय बाद मोरा का सीधा असर पूर्वी भारत में पड़ेगा. मोरा तूफान के दौरान लगभग 54 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेगी, जो कि 88 किमी. प्रति घंटे तक जा सकती हैं.
29-30 मई को भारी बारिश की चेतावनी के कारण समुद्र की ओर जाने वाले मछुआरों को वहां पर ना जाने की चेतावनी दी गई है. इसके अलावा जो भी मछुआरे वहां पर मौजूद हैं, उन्हें जल्द ही वापिस लौटने की सलाह दी गई है.