न्यूयॉर्क, 26 जनवरी (शोभनाजैन /वीएनआई ) भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र के प्रति अपनी पूर्ण वचनबद्धता दोहराते हुए इस वैश्विक संस्था के आदर्शो की पूर्ति के लिए भारत के पूर्ण समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया है .वरिष्ठ राजनयिक सैयद अकबरुद्दीन ने कल यहाँ संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित एक गरिमामय समारोह में अपने पद के परिचय पत्र संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून को पेश करते हुए भारत की यह प्रतिबद्धता दोहराई श्री अकबरूद्दीन संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किये गए है
इस अवसर पर श्री अकबरूद्दीन ने कहा 'वर्ष 2030 के एजेंडा सहित संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने 2016 के लिए जो प्राथमिकताएं निर्धारित की है, उन्हें पूरा करने तथा सभी समस्याओ के शांतिपूर्ण राजनैतिक समाधान की दिशा में किये रहे प्रयासों में भारत का पूर्ण सहयोग व् समर्थन है ' श्री मून ने इस मौके परश्री अकबरूद्दीन की नियुक्ति का स्वागत करते हुए संयुक्त राष्ट्र के लंबे समय से भरोसेमद साथी के रूप में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा की
परिचय पत्र पेश करने से पहले मिशन की वेबसाइट पर अकबरुद्दीन ने अपने संदेश में कहा था कि भारत के पास नए सुधारो के साथ बनने वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्य के तौर पर शामिल होने के लिए सभी जरूरी योग्यताएं हैं। उन्होंने कहा कि साल 1945 में सान फ्रांसिस्को में यूएन चार्टर पर हस्ताक्षर के समय से भारत संयुक्त राष्ट्र का संस्थापक सदस्य रहा है. इससे पूर्व यहाँ दिए गए एक भाषण में उन्होंने वैश्विक संस्था से यह भी अपील की थी कि वह परिभाषा के आधार पर चल रहे मतभेद से ऊपर उठने का साझा हल करे और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर लंबे समय से लंबित समग्र समझौते पर काम करे।
गौरतलब है कि श्री अकबरूद्दीन ने वर्ष 2012-15 के बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के रूप में सोशल मीडिया के जरिये डिप्लोमेसी को जनडिप्लोमेसी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया श्री अकबरुद्दीन इससे पहले साल 1995-98 के दौरान प्रथम सचिव के रूप में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन को अपनी सेवाएं दे चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र में इस नियुक्ति से पहले अकबरुद्दीन नई दिल्ली में अक्तूबर 2015 को आयोजित हुए भारत-अफ्रीका मंच सम्मेलन के प्रमुख संयोजक थे। इसमें उन सभी 54 अफ्रीकी देशों ने शिरकत की थी, जो कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं। वह साल 2006-2011 तक विएना में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजंसी में भी अपनी सेवाएं दे चुके है विभिन्न राजनयिक जिम्मेवारियो को निभाते हुए वे दुनिया में भारत के दोस्ताना रिश्तो को बढ़ाने के अहम काम से नजदीकी से जुड़े रहे है.वी एन आई