हैफा (इजरायल), 6 जुलाई (वीएनआई)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय इजराइल दौरे के अंतिम दिन इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ आज प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों को हैफा स्थित कब्रिस्तान पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
हैफा स्थित इस कब्रिस्तान में प्रथम विश्व युद्ध में राष्ट्रमंडल सेना की ओर से लड़ते हुए शहीद हुए भारतीय जवानों की कब्रे हैं। मैसूर और जोधपुर लांसर्स रेजिमेंट ने 23 सिंतबंर 1918 को हैफा को जर्मनी व तुर्की की सेनाओं के कब्जे से आजाद कराया था। बेहद सादगीपूर्ण माहौल में मोदी व नेतन्याहू ने संयुक्त रूप से मेजर दलपत सिंह की याद में एक स्मारक पट्टिका का अनावरण किया। मेजर दलपत सिंह जोधपुर लांसर्स रेजिमेंट के कमांडर थे। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट किया, "हैफा के नायकों को याद किया गया। दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने मेजर दलपत सिंह की स्मृति पट्टिका का अनावरण किया, जिनकी बहादुरी की गाथाएं प्रचलित हैं।"
इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना में सेवारत भारतीय सैनिक भी मौजूद थे। मोदी और नेतन्याहू ने कब्रिस्तान की आंगतुक पुस्तिका पर भी हस्ताक्षर किए। तीन दिवसीय इजरायल दौरे के आखिरी दिन मोदी और नेतन्याहू साथ-साथ हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचे। इसके बाद तेल अवीव जाते हुए वे एक समुद्र तट पर भी रुकेंगे जहां, मोदी के लिए सचल जल शोधन संयंत्र के मॉडल का प्रदर्शन किया जाएगा। तेल अवीव में दोनों नेता कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करेंगे। इसके बाद मोदी इजरायल में भारतीय छात्रों से बातचीत करेंगे। भारत व इजरायल ने बुधवार को अपनी सामरिक साझेदारी को बढ़ाते हुए अंतरिक्ष सहयोग, जल प्रबंधन व कृषि सहित सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए।