नई दिल्ली 3 नवंबर (वीएनआई) चीन ने अपना पहला बड़ा यात्री विमान तैयार किया है जो आने वाले दिनों में बोइंग और एयरबस को टक्कर दे सकता है.परीक्षण के तौर पर यह विमान पहली उड़ान 2016 में भरेगा, इसे विमानों के बाज़ार में व्यावसायिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसके साथ ही चीन ने अपने ही देश विकसित अपना पहला बड़ा विमान पेश कर बोइंग और एयरबस जैसी वैश्विक विमानन कंपनियों के प्रभुत्व को चुनौती दे दी है
चीन ने 168 सीटों वाले और 3400 मील उड़ान भरने वाले इस बड़े विमान को शंघाई में प्रदर्शित किया है.शंघाई में एक उद्घाटन समारोह में कामर्शियल एयरक्राफ्ट कॉर्प ऑफ चाइना (कोमैक) के चेयरमैन झुआंगलोंग ने कहा, प्रथम सी919 विमान चीन के प्रथम देश मे बना विमान के विकास में एक महत्वपूर्ण कीर्तिमान है।
चीन के नागरिक उड्डयन प्रमुख ली जियाज़िएंग ने कहा, "एक महान देश के पास खुद का बड़ा वाणिज्यिक विमान होना चाहिए."उन्होंने कहा, "चीन का विमानन उद्योग पूरी तरह से आयात के भरोसे नहीं रह सकता है."
समझा जाता है कि विमान चीन की अर्थव्यवस्था में बदलाव का संकेत है. पहले उसे सस्ते दामों में उत्पाद बनाने वाला देश समझा जाता था.
विमान बनाने वाली अमरीकी कंपनी बोइंग के मुताबिक़ अगले दो दशक में चीन को 5580 विमानों की ज़रूरत है जिसकी क़ीमत 780 अरब डॉलर होगी.
बाज़ार में चीनी कंपनी के मुख्य प्रतिद्वंदी यूरोपीय एयरबस और बोइंग हैं.चीन दुनिया का सबसे बड़ा विमानन बाजार है और देश में 21 बड़े हवाई अड्डे हैं। बोइंग के अनुमानों के मुताबिक, चीन द्वारा 2034 तक अपने वाणिज्यिक विमानों के बेड़े में 950 अरब डॉलर मूल्य के 6,330 नए विमानों को शामिल करने की संभावना है।
गौरतलब है कि चीनी सी-919 का इंजन अमरीका की जेनरल इलेक्ट्रिक और और फ़्रांस के सैफ़्रॉन के एक संयुक्त उपक्रम ने बनाया है.