नई दिल्ली 15 अक्टूबर (वीएनआई) साबूदाना थालीपीठ वि्शुद्ध महाराष्ट्रियन व्यंजन है.यूं तो इसे नाश्ते मे खाया जाता है पर इसे व्रत के दिनों में फलाहार के रूप में बना कर भी खाया जाता है हैं.
सामग्री -
साबूदाना - 1 कप ( 5-6 घंटे भीगा तथा पानी निकाला हुआ हुआ )
राजगीरा आटा - 1/2 कप (ऑप्शनल)
आलू - 2 (उबले और मैश्ड )
मूंगफली - 1 टेबल स्पून (दरदरी पीसी हुई)
घी या तेल - 2 टेबल स्पून
अदरक - 1 छोटा चम्मच (कद्दूकस)
हरी मिर्च - 2 (बारीक कटी हुई)
हरा धनिया - 1 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)
नींबू का रस-1 टी स्पून
जीरा - ½ छोटी चम्मच
काली मिर्च पाउडर - 1/4 छोटा चम्मच
सेंधा नमक - 3/4 छोटा चम्मच या स्वादानुसार,
बारीक चीनी या बूरा- 1/2 चाय का चम्मच
विधि - साबूदाना मे आलू ,राजगीरा आटा, नमक, काली मिर्च, जीरा, हरा धनिया, हरी मिर्च, मूंगफली और अदरक नींबू का रस, चीनी डाल कर अच्छे से मिलाते हुए गूंथ कर आटा जैसा बना लीजिए.
थालीपीठ बनाने के लिए तवा गरम कीजिये. चकले पर एक पॉलीथीन शीट या बड़े रुमाल जितना एल्युमिनियम फॉईल रखिये, हाथ पर थोडा सा घी लगाकर हाथों को चिकना करके, आटे से थोड़ा सा एक नींबू के बराबर आटा तोड़िये और गोल लोई बना लीजिये, लोई को हाथों से दबाकर चपटा कर लीजिये अब इसे चकले पर रखी प्लास्टिक शीट पर रखिये, लोई पर थोडा़ सा घी लगाकर इसे दूसरी शीट से कवर कर दें. अब हाथों से या बेलन से दबाते हुए रोटी से थोड़ा छोटा बेल लीजिये.
गरम तवे पर थोड़ा घी डालकर चारों ओर लगा दीजिये, बेली हुई थालीपीठ को पॉलीथीन शीट से सावधानी से हाथों से उठा कर हटाकर तवे पर डाल दीजिए. थालीपीठ के बीच में एक उंगली से छेद कर दीजिए और इस छेद में घी डालें और थालीपीठ के चारों ओर भी थोडा़ सा घी डाल दीजिए. जब थालीपीठ का कलर थोड़ा ऊपर से डार्क हो जाय तो इसे पलट दीजिये और दोनों ओर से अच्छे तरह सिक जाने पर इसे प्लेट में निकाल लीजिये और इस लज़ीज़ फलाहारी डिश को दही डिप या चटनी के साथ गरम गरम परोसें
इसी तरह से सभी थालीपीठ बनाकर तैयार कर लीजिए. इतने आटे में लगभग 8 थालीपीठ बनकर तैयार हो जायेंगे. साबूदाना थालीपीठ को आप दही या हरे धनिये की चटनी के साथ परोसिये ये बहुत ही स्वादिष्ट लगते हैं.