नई दिल्ली, 19 जुलाई (वीएनआई) संसद के मॉनसून सत्र की शुरूआत आज खासी हंगामेंदार रही. संसद भवन के बाहर जहा पानी बरस रहा था, वही संसद भवन के अंदर भारी हंगामा हो रहा था.विपक्ष जहा इजरायली कंपनी एनएसओ द्वारा विकसित पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर द्वारा भारत में अहम विपक्षी नेताओं, पत्रकारों,नेताओं,उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों, एक्टीविस्ट,बडें नौकरशाहों सहित लगभग 300 विशिष्ट भारतीय हस्तियों की जासूसी कराने की खबरों को ले कर खासे हमलावर तेवरों में दिखा.हालांकि सरकार ने इन आरोपों को खारिज करतें हुयें कहा कि यह आरोप निराधार हैं, संसद के मानसून सत्र से पहले जासूसी से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट भारतीय लोकतंत्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास है, और संसद के सत्र से ठीक एक दिन पहले ये रिपोर्ट आना कोई संयोग नहीं है.नयें आई टी मंत्री अनिल वैष्णव ने सदन में सरकार की तरफ से कहा कि इस "सनसनी" के पीछें कोई तथ्य नहीं हैं.बह्रहाल संसद भवन की कार्यवाही कल तक के लियें स्थगित होनें के बाद भी शाम होतें होतें इस मामलें ने काफी तूल पकड़ लिया.विपक्ष के तेवर देख कर तो यहीं लगता हैं कि संसद के इस सत्र में यह मुद्दा तूल पकड़ सकता हैं.
सुबह सदन की बैठक शुरू होतें ही कांग्रेस, टीएमसी, बसपा और अकाली दल सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के तेवर हमलावर रहें. दोनों सदनों में विपक्ष के हंगामे और नारेंबाजी के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में अपनें नव नियुक्त मंत्रियों का परिचय नही करा पाए.पीएम ने कहा कि बड़ी तादाद में इस बार महिलाएं, दलित, गरीब, पिछड़े और किसानों के नेता ्मंत्री बने हैं. लेकिन ये बात विपक्ष को हज़म नहीं हो रही है.पी एम विपक्ष के इन तेवरों से खासें नाराज नजर आयें. उन्होंनें कहा कि ऐसा पहली बार हुआ, लेकिन विपक्ष के तेवर जस के तस रहें,बाद में इन मंत्रियों के नामों की सूची सदन पटल पर रखी गई.इसी महीने प्रधानमंत्री ने अपनी कैबिनेट में 36 नए मंत्रियों को जगह दी है. लोक सभा में रक्षा मंत्री राज नाथसिंह ने लोक सभा में तथा सदन के नेता पीयूष गोयल ने विपक्ष के इस आचरण की गहरीं निंदा की गई.सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर पीठासीन सभापति वैक्या नायडू ने सांसदों से राजनैतिक प्रतिबद्धताओं से उपर उठ कर मॉनसून सत्र का प्रभावी इस्तेमाल करने का आह्वान किया. हंगामें और अव्यवस्था के चलतें दो बार के स्थगन के बाद राज्य सभा की की कार्यवाही बिना किसी विधाई काम काज निबटायें बिना दिन भर के लियें स्थगित कर देनी पड़ीं. इससे पूर्व सुबह सदन की बैठक शुरू होने से पहलें प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा था कि सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने और मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है.
संसद के इस सत्र में विपक्ष जहा सरकार को महंगाई, कोरोना महामारी, किसान आंदोलन जैसे मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है. वहीं संसद सत्र के एक दिन पहले ही पेगासस स्पाईवेयर के जरिये फोन हैकिंग के मामले ने भी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है. सरकार संसद सत्र के दौरान करीब 30 विधेयकों को पारित कराने की कोशिश करेगा, इनमें इलेक्ट्रिसिटी एमेंडमेंट बिल जैसे महत्वपूर्ण विधेयक हैं. संसद सत्र के एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर सार्थक और स्वस्थ चर्चा के लिए तैयार है.वी एन आई
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