नई दिल्ली,२२ अप्रैल (अनुपमाजैन/वीएनआई)दालों की कीमत में बढ़ोतरी की आशंकाओ के बीच केंद्रीय खाद्य एवं उपभाेक्ता मामले के मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि अब चीनी और दाल की कीमत नहीं बढ़ेगी. केंद्र सरकार ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है.कम पैदावार के चलते ऐसी खबरे है कि सरकार दलहन के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में भारी वृद्धि कर सकती हैकृषि लागत व मूल्य आयोग (सीएसीपी) ने दलहन के समर्थन मूल्य में 200 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की सिफारिश की है.दलहन की फसलों में 200 रुपए प्रति क्विंटल की भारी वृद्धि की सिफारिश की है। इसके साथ ही अरहर का मूल्य 4625 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगा। इन्ही आशंकाओ के चलते खुले बाजार मे दालो की कीमते खास तौर पर अरहर की दाल का मूल्य 150 रुपए प्रति किलो बोली जा रही है। दरअसल अरहर दाल के मूल्य में तेजी का कारण घरेलू उत्पादन में कमी का होना है।
गुरुवार को पूर्वी भारत के राज्यों के अधिकारियों और मंत्रियों की बैठक के समापन के बाद पत्रकारों से बातचीत में श्री पासवान ने कहा कि दाल के मामले में बफर स्टॉक तैयार कर लिया गया है. एफसीआइ को 50 हजार टन दाल की खरीद का निर्देश दिया गया है. 25 हजार टन आयात किया जा रहा है. आनेवाले फसल में एक लाख टन दाल की खरीद करेंगे. ऐसे में दाल की समस्या नहीं होगी. पिछली बार विदेशों से समय पर दाल का आयात नहीं किया जा सका था.
अब विदेशों से आने वाली दाल, कालाबााजारी समेत अन्य बातों पर ध्यान रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं के हित को देखते हुए उपभोक्ता संरक्षण कानून में बदलाव लाया जा रहा है. आनेवाले लोकसभा के सत्र में इसे पारित किया जायेगा.
आयोग ने मूंग व उड़द का मूल्य 150 रुपये बढ़ाने की सिफारिश की है। इससे मूंग का समर्थन मूल्य 4800 रुपए और उड़द का 4575 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगा। कृषि मंत्रालय ने आयोग की सिफारिशों को राज्य सरकारों के पास राय लेने के लिए भेज दिया है। दलहन फसलों की खेती को प्रोत्साहित करेंगे।
पैदावार की स्थिति
चालू फसल वर्ष में कुल 1.73 करोड़ टन दलहन की पैदावार का अनुमान है जो पिछले फसल वर्ष के 1.71 करोड़ टन के मुकाबले अधिक है। लेकिन 2013-14 में 1.93 करोड़ टन पैदावार हुई थी।वी एन आई