नई दिल्ली, 14 अगस्त, (वीएनआई/विश्वास) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को जब लाल किले की प्राचीर से देश के नाम सन्देश देंगे तो वह अपनी महत्कांक्षी योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना लागू करने का ऐलान कर सकते हैं।, पि्छड़े और निर्धन तबके को ध्यान मे रख शुरू की गई । इस योजना को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा अमेरिकी नागरिको के स्वास्थ्य के लिए शुरू की गई "ओबामा केयर" योजना की तरह ही "मोदी केयर" योजना माना जा रहा है। जोकि विश्व की सबसे बड़ी स्वस्थ योजना होगी।
गौरतलब है सरकार ने इस वर्ष अरुण जेटली द्वारा संसद में पेश किये गए बजट 2018-19 के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा मिशन के तहत आयुष्मान भारत स्कीम लांच किया है, जिसके तहत 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये की बीमा कवर प्रदान की जाएगी। जिनके आंकड़े सामाजिक और आर्थिक स्थिति के आधार पर जनगणना में दर्ज है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष जून में इस योजना के बारे में बताते हुए कहा था कि देश के हर नागरिक के लिए सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करवाना उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा था कि बीमारी से परिवारों खासतौर से गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों न सिर्फ भारी वित्तीय बोझ का वहन करना पड़ता है, बल्कि इससे हमारा सामाजिक व आर्थिक क्षेत्र भी प्रभावित होता है। इसलिए सरकार की कोशिश है कि हर नागरिक के लिए सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित हो। मोदी ने कहा था कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार देशभर में जेनरिक दवाओं के 1,500 और केंद्र खोलेगी।
इस योजना के बारे में विस्तार से बात करे तो, सरकार ने इस बार केंद्रीय बजट 2018-19 में आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत दो बड़ी स्वस्थ योजनाओ की घोषणा की थी, जो प्राथमिक, द्वतीय और तृतीय स्तर देशभर में स्वास्थ्य व्यवस्था को उत्तम बनाने में कारगर होगी। वहीं इन योजनाओ में किये गए प्रीमियम व्यय को केंद्र और राज्य सरकारों के बीच 60:40 के अनुपात में बांटा जायेगा। इस कार्यक्रम को विश्व की सबसे बड़ी स्वस्थ योजना माना जा रहा है। यह दो स्वास्थ्य योजनाये इस प्रकार है -
1. स्वस्थ एवं आरोग्य केंद्र :- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 में केंद्र सरकार ने यह परिकल्पना की थी कि भारत में लोगो के घरो के नजदीक 1.5 लाख स्वस्थ एवं आरोग्य केंद्र खेले जायेंगे जहाँ असंक्रामक रोगो, मात्र स्वास्थ्य और बाल स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ व्यापक स्वास्थ्य देखभाल की सुविधाएं दी जाएगी। साथ ही केंद्र सरकार आवश्यक दवाये और जाँच की सुविधा मुफ्त में देगी। इस योजना के लिए बजट में 1200 करोड़ निर्धारित किये गए थे।
2. राष्ट्रीय स्वस्थ योजना :- इस योजना के अंतर्गत 10 करोड़ निर्धन और असुरक्षित परिवार आएंगे, जिनके सदस्यों की संख्या 50 करोड़ हो सकती है। वहीं इस बार के बजट 2018-19 में यह प्रवधान किया गया कि इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक के अस्पताल खर्च का वहन किया जायेगा। वीएनआई/विश्वास
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