म्यूनिख 12 फरवरी (वीएनआई) सीरिया संकट को लेकर हुई 17 देशों की अंतरराष्ट्रीय बैठक में युद्धविराम और तत्काल मानवीय सहायता पहुंचाने पर सहमति बन गयी है और विश्व शक्तियों ने हफ़्ते के भीतर वहां जारी खूनी संघर्ष रोकने का लक्ष्य तय किया है.जर्मनी के म्यूनिख में अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और सीरिया में संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि स्ताफ़ान दे मिस्तूरा के साथ इन लक्ष्यों की घोषणा की है
केरी ने कहा कि विद्रोहियों और शासन के साथ वार्ता जल्द से जल्द बहाल होगी लेकिन उन्होंने चुनौती दी कि, ‘अभी हमारे पास कागज पर लिखे शब्द हैं. हमें आगामी दिनों में जमीनी स्तर पर कार्रवाई देखने की आवश्यकता है.' मेजबान जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रैंक-वाल्टर स्टीन्मीयर ने कहा कि ‘यह वास्तव में एक सफलता है या नहीं, यह हम आगामी दिनों में देखेंगे।' उन्होंने कहा, ‘सफलता इस बात पर निर्भर करेगी: जब पूरी दुनिया देखेगी कि क्या आज के समझौतों का असद शासन और सीरियाई विपक्ष, हिज्बुल्ला एवं विपक्षी मिलिशिया और रुस पालन करते हैं और उसे लागू करते हैं या नहीं।' ये वार्ताएं ऐसे तल्ख माहौल में हुई हैं जब रुस के प्रधानमंत्री दमित्रि मेदवेदेव ने विद्रोही विपक्ष के समर्थन में खाडी देशों के बलों को भेजने की स्थिति में ‘नए विश्व युद्ध' की चेतावनी तक दे दी है. गौरतलब है कि कल रूसी प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव ने आगाह किया था कि अगर अरब सैनिक सीरिया युद्ध में प्रवेश करते हैं, तो इससे 'नया विश्वयुद्ध' भड़क सकता हैउन्होंने इसकी जगह संघर्ष विराम वार्ता का अनुरोध किया था । उल्लेखनीय है कि युद्धग्रस्त सीरिया के प्रतिद्वन्द्वी सेनाओं से घिरे हुए इलाकों में 10 लाख से भी अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है । इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को चुनौती देते हुए एक ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में घिरे हुए लोगों की संख्या इससे आधी बताई गई है।