लखनऊ,14 सितंबर (वीएनआई) समाजवादी पार्टी में जारी आंतरिक कलह अब घर की चारदीवारी से निकल कर सडक पर लड़ी जाने वाली जंग का रूप ले लिया है. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह के विश्वस्त छोटे भाई शिपपाल यादव को भतीजे मुख्यमंत्री द्वारा केबीनेट से पर कतरे जानेके बीच आज सुबह पार्टी नेता शिवपाल यादव ने सैफई में अपने समर्थको की मौजूदगी मे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नेता जी यानि मुलायम सिंह यादव जो भी आदेश देंगे वे उसका पालन करेंगे अलबत्ता उन्होने अखिलेश का कोई जिक्र नही किया.इसी बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अपने दो सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द करके राज्य मे राजनैतिक अनिश्चितता के कयासो को और बल दे दिया.श्री शिव पाल ने अपनी बातों के बीच उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम एक बार भी नहीं लिया.शिवपाल यादव ने कहा कि संगठन की जिम्मेदारी अब मेरे ऊपर है. सबको जिम्मेदारी दी जाएगी. परिवर्तन भी होगा. हर जिले में संगठन की जिम्मेदारी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सपा सरकार के चार सालों के काम को मैं और संगठन जनता के बीच लेकर जायेंगे और अगले चुनाव के बाद प्रदेश में सपा सरकार की वापसी होगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता नेताजी के साथ हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवपाल यादव ने कहा कि नेताजी जो भी फैसला लेंगे हमें मंजूर है. नेताजी ने जो जिम्मेदारी मुझे दी है उसे निभाऊंगा. पद छिनने को लेकर नेताजी से बात करूंगा, नेताजी के फैसले के साथ हूं. उन्होंने कहा कि मैं आज नेताजी से बात करने जाऊंगा, यदि वे लखनऊ में होंगे तो वहां बात होगी, नहीं तो मैं उनसे मिलने दिल्ली जाऊंगा. इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि नेताजी से मिलकर कोई फैसला लूंगा.ऐसे संकेत है कि शिवपाल श्रि मुलायम से मिलने आज दिल्ली आयेंगे
अपने पद छिने जाने के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का अधिकार है. पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि अगला विधानसभा चुनाव किसने नेतृत्व में लड़ा जाएगा तो वे चुप हो गए और पत्रकार की बात को मजाक में उड़ा दिया. उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास नेता जी में है, वो जो फैसला लेंगे सर्वमान्य होगा. मैं किसी से नाराज नहीं हूं.
शिवपाल यादव ने कहा कि पहले दिन से ही मैं पार्टी और सरकार के स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ हूं, और जमीन कब्जा, भ्रष्टाचार का विरोध करता रहूंगा. इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के भीतर एक बार फिर आतंरिक कलह सामने आयी है. सोमवार को मुलायम सिंह और शिवपाल के करीबी दो मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर करने के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव दीपक सिंघल की भी छुट्टी कर दी. इससे नाराज सपा प्रमुख ने अखिलेश यादव को यूपी प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया. मुलायम ने उनकी जगह शिवपाल यादव को यूपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है
कल शाम तक सपा में उठापटक चलती र हीहा. अपने ऊपर कार्रवाई पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश ने देर शाम शिवपाल की तीन मंत्रालयों से बाहर का रास्ता दिखा दिया. अखिलेश ने चाचा शिवपाल यादव से पीडब्लूडी, सिंचाई और राजस्व विभाग छीन लिया है. मालूम हो कि अखिलेश सरकार में शिवपाल इन तीन विभागों के अलावा सहकारिता, बाढ़ एवं आपदा, भूमि विकास और जल संरक्षण, वेस्ट लैंड डवलपमेंट और पब्लिक सर्विस मैनेजमेंट मंत्री हैं.वी एन आई