काबुल 19 अप्रैल (अनुपमाजैन/वीएनआई) काबुल में आज अमेरिकी दूतावास और नाटो मिशन के पास भीषण आत्मघाती धमाके में अब तक 28 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 327 से ज्यादा घायल होने की खबर है. सरकारी अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा बलों और चरमपंथियों के बीच अब गोलीबारी बंद हो गई है और इलाक़े को खाली करवा लिया गया है. विस्फोट में भारतीय दूतावास में मौजूद सभी भारतीय सुरक्षित बताए जा रहे हैं. धमाके वाली जगह से भारतीय दूतावास मात्र 3 किमी. की दूरी पर है.हमले के बाद भारतीय दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है
समाचारो के अनुसार बारूद लदे वाहन के साथ आए आतंकी ने सीक्रेट सर्विस ऑफिस के पास सामने खुद को उड़ा लिया .यह सीक्रेट सर्विस यूनिट वीआईपीज को सुरक्षा देने का काम करती है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हमले की निंदा की है और इसे आतंकी हमला बताया है. गौरतलब है कि आज सुबह अमेरिकी दूतावास के पास से धुआं उठते देख गया जिसके बाद वहां चेतावनी वाले सायरन की आवाज़ें भी सुनी गई. अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने इस संबंध में जानकारी दी कि दूतावास और नाटो मिशन को इससे किसी भी तरह को नुकसान नहीं पहुंचा है.
रॉयटर्स न्यूज एजेंसी ने इस बाबत खबर दी है कि आज सुबह सेंट्रल काबुल के आसमान में काफी धुआं देखा गया और यूएस एम्बेसी से सायरन की आवाजें भी सुनी गई. गौरतलब है कि यूएस एम्बेसी के पास ही अफगानिस्तान में नाटो मिलिट्री का हेडक्वार्टर है. तालिबान ने कुछ दिन पहले ही धमकी दी थी कि वह अमेरिका समेत नाटो फोर्सेस के खिलाफ अपने हमले तेज करेगा. इस हमले को इससे जोड़कर देखा जा रहा है. एक हमलावर ने खुद को उड़ा लिया प्राप्त जानकारी के अनुसार अनुसार घायलों में सैनिक और सुरक्षा अधिकारी भी शामिल बताए जा रहे हैं लेकिन ज़्यादातर आम नागरिक ही हैं.
अफगान खुफिया एजेंसी के कार्यालय के समीप हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। इस विस्फोट की आवाज कई मील दूर तक सुनाई दी और आसमान काले धुएं से ढक गया।विस्फ़ोट से एक किलोमीटर दूर तक खिड़कियों के शीशे टूट गए. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, पहला विस्फोट कार में एक आत्मघाती हमलावर ने किया उन्होंने बताया कि अफगान सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। . वी एन आई