नई दिल्ली,१४ नवंबर (वी एन आई)बड़े नोट बंद किये जाने के चर्चित फैसले के बाद परसो से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है,जिसके खासे हंगामेदार होने के आसार है.विपक्ष इस मुद्दे पर एक जुट होने की कौशिश कर रहा हैगौरतलब है कि 16 नवंबर से 16 दिसंबर तक संसद का शीतकालीन सत्र चलेगा. नोट बंदी का मामला इन दिनों पूरे देश में गरमाया हुआ है, इसलिए संसद के इस सत्र में यह मामला छाया रहेगा. विपक्ष इस मुद्दे को पूरे जोर-शोर से संसद में उठायेगा, इसके संकेत तृणमूल जैसी पार्टियों ने दे दिये हैं.तृणमूल की अध्यक्ष और बंगाल कीमुख्य मंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे पर्विपक्ष को एक प्लेटफॉर्म पर लाने मे जुटी है कांग्रेस पार्टी भी इसे आम जनता को परेशान करने वाला कदम बताया है. सपा-बसपा ने भी सरकार के इस फैसले को आम जनविरोधी बताया है.इसीबीच संसद के शीतकालीन सत्र को देखते हुए आज शाम 4.30 बजे भाजपा संसदीय दल की बैठक हो रही है. वहीं 5.30 बजे एनडीए की बैठक होगी. ज्ञात हो कि कल 15 नवंबर को सर्वदलीय बैठक भी बुलायी गयी है.
हालांकि इस सत्र में के लिए जीएसटी बिल सर्वाधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगर जीएसटी इस सत्र में पास नहीं हुआ तो उसे लागू करने में देर हो जायेगी. इसके अतिरिक्त तलाक संशोधन विधेयक भी काफी महत्वपूर्ण है, जिसपर चर्चा होनी है.वी एन आई