मुंबई, 24 दिसंबर (वीएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई तट के करीब अरब सागर में छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर विशाल स्मारक के निर्माण के लिये भूमिपूजन एवं जलपूजन किया.महाराष्ट्र सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर मराठा शासक की 192 मीटर लंबी प्रतिमा समुद्र के अंदर बनाने की योजना बनायी है. मोदी ने नेवी के जहाज पर से यह विधि पूरी की. इस पर कुल 3600 करोड रुपये की लागत आएगी.
इससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र के रायगढ़ में नेशनल इंस्टीच्यूट आफ सिक्यूरिटी मार्केट के नये परिसर का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज भारत का भविष्य काफी उज्जवल है. आज भले ही नोटबंदी से नुकसान नजर आ रहा है, लेकिन आगे इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे.उन्होंने कहा कि मेरी सरकार देश को मजबूत अर्थव्यवस्था बनाने के लिए और देश का भविष्य सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेगी, जो दीर्घकालीन परिणाम देंगे. हम राजनीतिक लाभ के लिए कोई ‘शार्ट टर्म’ प्लानिंग नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बाजार के सुचारू रूप से संचालन के लिए यह जरूरी है कि बाजार के प्रतिभागियों को सही और पूरी सूचना प्राप्त हो. हम एक माहौल बनाना चाहते हैं, जहां लोग आसानी से बिजेनस कर सकें.
आज हम जिस जगह पर हैं उसके लिए हमें पीछे के वर्षों पर ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि वर्ष 2012-13 में हमारी मुद्रा तेजी से गिर रही थी. लेकिन आज परिस्थिति बदली है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही जीएसटी भी लागू हो जायेगा, जिससे देशवासियों को काफी मिलेगा.
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ‘स्टार्टअप’ को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक है. हमारी कोशिश होगी कि स्टॉक मार्केट खेती के लिए पैसे जुटाये. अभी हमें काफी लंबा रास्ता तय करना है.
इससे पहले आज सुबह नरेंद्र मोदी एकदिवसीय दौरे पर मुंबई पहुंचे.
प्रधानमंत्री का दौरा राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि बृहन्मुंबई महानगर पालिका के चुनाव कुछ महीने बाद होने वाला है.महाराष्ट्र में अक्तूबर 2014 में सत्ता में आने के बाद से भाजपा शिवाजी को अपनी विरासत मानने वाली शिवसेना से यह एकाधिकार छीनने की कोशिश कर रही है जिसे लेकर दोनों दलों में ्तनाव की स्थिति पैदा हो गया गई है.वर्ष 2014 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने चुनावी लाभ के लिए छत्रपति शिवाजी के नाम का प्रयोग किया था.सरकार एवं भाजपा सभी जिलों के महत्वपूर्ण स्थानों पर होर्डिंग लगाकर और प्रिंट, टीवी एवं सोशल मीडिया पर प्रचार के जरिए इस समारोह को सफल बनाने की कोशिश कर रही है.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल में कहा कि ‘शिव स्मारक' देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में सबसे ऊंचा स्मारक होगा. उन्होंने ‘‘इसे संभव बनाने के लिए' मोदी का शुक्रिया अदा किया. बाद में मोदी उपनगर बांद्रा में मुंबई महानगरीय क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) मैदान में जनसभा को संबोधित किया. वह दो मेट्रो रेल परियोजनाओं, एलिवेटेड रेल कॉरिडोर परियोजना और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) की आधारशिला रखेंगे
सत्तारुढ भाजपा की सहयोगी शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे केे एमएमआरडीए कार्यक्रम में मोदी के साथ मंच साझा किया. इसके बाद प्रधानमंत्री पुणे के लिए रवाना होंगे जहां वह कृषि महाविद्यालय मैदान में पुणे मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखेंगे. वह इस कार्यक्रम में राकांपा नेता शरद पवार के साथ मंच साझा करेंगे.
मछुआरे एवं पर्यावरणविद शिव स्मारक परियोजना का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि इससे समुद्री जीवन और अरब सागर की पारिस्थितिकी पर असर पडेगा. एमएमआडीए कार्यक्रम के लिए सरकार ने शाही परिवार के सदस्यों एवं शिवाजी इतिहासकारों समेत 3000 से अधिक वीवीआईपी एवं गणमान्य हस्तियों को आमंत्रित किया है.महाराष्ट्र में अक्तूबर 2014 में सत्ता में आने के बाद से भाजपा शिवाजी के मामले पर अपना एकाधिकार समझने वाली शिवसेना से यह एकाधिकार छीनने की कोशिश कर रही है जिसे लेकर दोनों दलों में आपसी कलह की स्थिति पैदा हो गया गई है.