नयी दिल्ली,26 जनवरी अनुपमा जैन(वीएनआई)भारत की सैन्य शक्ति और विभिन्न क्षेत्रों में उसकी उपलब्धियां और अनेकता मे एकता की भारत की समृद्ध सांस्कतिक विरासत को प्रदर्शित करती , राजपथ में होने वाली भारत के 67वें गणतंत्र दिवस समारोह की शानदार परेड के लिए राजधानी के चाक चौबंद सुरक्षा बंदोबस्त किये गए है. गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान दिल्ली में किसी भी आतंकी हमले के खतरे से निपटने के लिएचप्पे पर सुरक्षा कर्मियों तैनात किये गए है सुबह से ही गौरान्वित भारतवासी बड़ी तादाद में .राजपथ पहुंचने शुरू हो गए है ख़ास तौर पर बच्चे बड़ी उत्साह से इस आयोजन की प्रतीेक्षा कर रहे है .कार्यक्रम के दौरान आसमान की पहरेदारी में सेना के चार हेलिकॉप्टर उड़ान भरते रहेंगे. आइबी ने गणतंत्र दिवस पर अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि पैरिस की तर्ज पर आतंकी दिल्ली समेत बड़े महानगरों में हमला कर सकते हैं. इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर फ्रांस के राष्ट्रपति फांस्वा ओलांद मुख्य अतिथि है.गौरतलब है की पिछले साल के समारोह के मेहमान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा थे. समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी उनके मंत्री मंडल सहयोगी राज नेता , सैन्य असैन्य अधिकारी और राजनायक मौजूद रहेंगे
गणतंत्र दिवस समारोह के इतिहास में पहली बार फ्रांस की सेना का 76 सदस्यीय दल भी राजपथ पर भारत के राष्ट्रपति को सलामी देगा. इस दल में 48 संगीतकारों का दस्ता भी शामिल होगा.
गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली में जगह-जगह ‘एंटी एयरक्राफ्ट गन’ की तैनाती के साथ-साथ पहली बार ‘लाइट मशीन गन’ से लैस कमांडो दस्ते को पेट्रोलिंग में उतारा गया है।खास बात यह है कि इनके के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए वाहन मुहैया कराए गए हैं। खुली जिप्सी की तरह दिखने वाले इन वाहनों में कमांडो दस्ते को साथ तालमेल कर प्रशिक्षण दिलाने के बाद कमांडो दस्ते को ‘लाइट मशीन गन’ से लैस किया गया।वाहन पर विशेष रूप से प्रशिक्षित किए गए कमांडो के साथ के साथ दिल्ली पुलिस के कमांडो दस्ते में पहले से रखे गए जवानों को भी अन्य हथियारों से लैस कर लगाया गया। राजपथ व आसपास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
राजपथ पर जिस ‘लाइट मशीन गन’ (एलएमजी) से लैस कमांडो दस्ते को पेट्रोलिंग में उतारा गया है, उसकी मारक क्षमता करीब दो किलोमीटर तक की है। गणतंत्र दिवस समोराह के आयोजन के मद्देनजर राजपथ व आसपास के इलाके को एसपीजी के हवाले कर दिया गया। राजपथ पर वैकल्पिक तौर पर कंट्रोल रूप बनाया गया है, जिसे देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियों के कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है।
परेड में 26 साल के बाद सेना के श्वान (कुत्ता) दस्ते के सदस्य भी अपने हैंडलर्स के साथ नजर आयेंगे. परंपराओं के अनुसार, राजपथ पर बीएसएफ के उंट दस्ते के सजे-धजे रंग-बिरंगे 56 उंटों का दस्ता डिप्टी कमांडेंट कुलदीप जे. चौधरी के नेतृत्व में मार्च करेगा.वी एन आई