नयी दिल्ली 5 फरवरी ( शोभना जैन, वीएनआई) राजधानी मे परसो से शुरू होने वाली विदेशो मे स्थित भारतीय मिशन प्रमुखो का अहम सम्मेलन इस बार कुछ हट कर होगा.इस बार सम्मेलन मे \'डिप्लोमेसी मे जन साधारण की भागीदारी\' ,\'विकास के लिये डिप्लोमेसी \'विचार मंथन के मुख्य बिंदु के साथ पहली बार डिप्लोमेसी और राज्यो के बीच ताल मेल बढाये जाने पर भी व्यापक विचार किया जायेगा.प्र्धान मंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 7 फरवरी को इस सम्मेलन का उदघाटन करेंगे.चार दिन तक चलने वाली इस अहम बैठक मे विभिन्न देशो मे नियुक्त 100 से अधिक ्राजदूत और उच्चायुक्त इन मुद्दो के अलावा भारतीय डिप्लोमेसी संबंधी तमाम सम्बद्ध पहलुओ पर अपना आकलन रखेगे तथा इस बात पर विचार करेंगे कि इन तमाम मुद्दो को कैसे अधिक गति दे कर ठोस सकारात्मक नतीजे प्राप्त किये जा सके.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने आज यहा मीडिया ब्रीफिंग मे कहा \"प्र्धान मंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 7 फरवरी को इस सम्मेलन का उदघाटन करेंगे. विदेश मंत्रीसुषमा स्वराज इस बैठक की अध्य्क्षता करेगी.उन्होने कहा \"इस बार यह सम्मेलन कुछ हट कर् होगा ,इसका विषय \'विकास के लिये डिप्लोमेसी \'रखा गया है,यानि विचार विमर्श का केन्द्र बिंदु इस बात पर रहेगा कि भारत के विकास मे डिप्लोमेसी क्या भूमिका अदा कर सकती है. उन्होने बताया कि प्रधान मंत्री मोदी ने इन मिशनो के काम काज के बारे मे जानकारी लिये जाने के साथ साथ कुछ समय पूर्व ट्वीट कर ्मिशनो के काम काज के बारे मे जनता के विचार भी मांगे थे,. डिप्लोमेसी मे जनभागीदारी सहित इन तमाम मुद्दो पर सम्मेलन मे व्यापक विचार विमर्श किया जायेगा.प्रवक्ता ने बातया कि इस बार इस सम्मेलन मे विदेश मंत्रालय तथा विभिन्न राज्यो के साथ ताल मेल भी विचार विमर्ष का एक बिंदु रहेगा.उन्होने कहा कि इस विषय पर विचार विमर्श इस तरह के सम्मेलन मे पहली बार होगा. इस संदर्भ् मे उन्होने कहा कि िराक से केरल की हाल मे मुक्त कराई गई ११ नर्सो की रिहाई की सूचना विदेश मंत्री ने आज केरल के मुख्य मंत्री को निजी तौर पर दी.जानकारो के अनुसार पिछले कुछ समय से विदेश मंत्रालय राज्यो से जुड़े विभिन्न मसलो को ले कर उनसे ताल मेल कर आगे बढ रहा है. यह पहल उसी दिशा मे अगला कदम है
उन्होने बताया कि इन तमाम मुद्दो के अलावा विदेश नीति संबंधी तमाम सभी पहलुओ पर भी इस सम्मेलन मे चर्चा की जायेगी.्मसलन, विभिन्न अंतर राष्ट्रीय मसलो पर भारत की राय और इनका भारत पर असर जैसे तमाम पहलुओ पर इन सम्मेलनो पर विचार् किया जाता है.वी एन आई