पटना 30 अक्टूबर (वीएनआई) बिहार चुनाव के चौथे चरण का प्रचार-प्रसार आज 5 बजे थम जाएगा। चौथे चरण के सात जिलों की 55 विधानसभा सीट गोपालगंज, सीवान, पश्चिम चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर के लिए एक नवम्बर को मतदान होगा।चौथे चरण में कुल 776 उम्मीवार अपना किस्मत आजमा रहे हैं
इस चरण मे महागंठबंधन के अन्तर्गत जदयू के 21, राजद के 26 व कांग्रेस के आठ प्रत्याशी हैं, जबकि एनडीए से भाजपा के 42, लोजपा के 5, रालोसपा व हम 4-4 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं पिछले विधानसभा चुनाव में उनमें से 26 सीटों पर भाजपा और 24 सीटों पर जद यू ने जीत दर्ज की थी. सिर्फ दो सीटें राजद को मिली थीं. इस लिहाज से दोनों महागंठबंधनों के बड़े दलों भाजपा और जद यू के लिए चौथा राजनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण होगा.
यह चरण रामविलाव पासवान के लिये भी बहुत अहम है,इस चरण मे लोजपा की पांच सीटों पर परीक्षा है। इनमें गोविंदगंज, बेलसंड, बोचहा, कुचायकोट और बड़हरिया में सीटें शामिल हैं। मुजफ्फरपुर जिले की बोचहा सीट पर लोजपा ने अंतिम समय में प्रत्याशी बदल कर यहां का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है. यहां पहले बेबी कुमारी को लोजपा प्रत्याशी बनाया गया था, बाद में लोजपा ने राम विलास पासवान के दामाद को यहां से उतारा, अनिल कुमार उर्फ साधु की लड़ाई परिवहन मंत्री रमई राम से है पर बेबी कुमारी चुनाव मैदान से हटने की बजाये निर्दलीय खड़े हो जाने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है
चुनाव आयोग के अनुसार चौथे चरण के चुनाव में 18-19 साल के उम्र के 4 लाख 71 हजार युवा मतदाता पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें से दो लाख 93 हजार पुरुष और एक लाख 77 हजार 500 महिलाएं हैं जबकि 70 अन्य कैटेगरी में शामिल हैं।
गौरतलब है कि पहले और दूसरे चरण के बीच चार दिनों का अंतर था वहीं तीसरे और चौथे चरण के बीच तीन दिन एवं चौथे और पांचवें चरण के चुनाव के बीच चार दिनों का अंतर है. सिर्फ दशहरा और मुहर्रम के कारण दूसरे व तीसरे चरण के चुनाव के बीच राजनीतिक पार्टियों को 12 दिनों के चुनाव प्रचार का मौका मिला था।