उज्जैन, 22 अप्रैल (अनुपमाजैन/वीएनआई) भोर की वेला से कुछ पहले पवित्र शिप्रा नदी का तट, पौ फटने के धुंधले मे भी घाट पर जटाधारी , राख तन पर मले साधु संतो सहित भारी तादाद मे श्रधालुओ की पूरी गहमा गहमी... शंखनाद की ध्वनि, मंत्रोच्चार, जय जय महादेव के जयकार और आरती के झिलमिल करते दियो के नयनाभिराम दृश्य के साथ चाक चौबंद सुरक्षा के बीच यहा पवित्र शिप्रा नदी मे जूना अखाड़ा के साधु संतों के शाही स्नान के साथ शुरू हुआ है हिंदुओं के सबसे बड़े आस्था महा पर्व सिंहस्थ कुंभ मेला । जूना अखाडे के बाद सभी १३ अखाड़ो के साधु संतो द्वारा नगर मे भव्य शोभा यात्रा के बाद शाही स्नान किया और उसके बाद शुरू हुआ श्रधालुओ का पूर्ण आस्था के साथ शिप्रा के सभी घाटो पर स्नान पूजा पाठ और अर्घय के साथ स्नान का अनवरत सिलसिला . दूसरी तरफ एक पृथक घाट पर महिला साधुओं की मंडली ने भी शाही स्नान का लुत्फ उठाया. महिला साधुओं के लिए स्नान के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की गई थी.
भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में हर 12 साल के अंतराल में एक बार होने वाले सिंहस्थ मेले में पवित्र स्नान करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से बडी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं. देश में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग उज्जैन में है आज से शुरू सिंहस्थ कुंभ के दौरान आज सुबह हे लगभग दस लाख की संख्या में श्रद्धालुओ ने यहां डुबकी लगा ली . ज्योतिष विदो के अनुसार सुबह 6 बजे मेष लग्न में अमृत स्नान ्की वेला थी. उनका कहना है कि मेष राशि में सूर्य व बुध के होने से उच्च बुधादित्य योग बना है जो काफी श्रेष्ठ योग है. लगभग एक माह तक चल्ने वाले इस महा पर्व मे 21 मई तक भारत के विभिन्न भागो से आये साधु संतो सहित देश विदेश से ्करीब 5 करोड़ श्र्धालुओ के यहां आने का अनुमान है.श्रीलंका और नेपाल के राष्ट्र प्रमुखों सहित ्कुछ अन्य देशों के प्रमुख लोग भी एक माह तक चलने वाले सिंहस्थ में शामिल होने उज्जैन आयेंगे. इस दौरान कुल १० बड़े शाही स्नान होंगे
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिंहस्थ मेले के लिये उज्जैन पूरी तरह से तैयार है और प्रदेश शासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. श्री चौहान ने कहा है कि यह ‘‘हरित सिंहस्थ' होगा सिंहस्थ के दौरान आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्टरीय वैचारिक महाकुंभ का 12 मई को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुभारंभ करेंगे तथा 14 मई को इसका समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय वैचारिक महाकुंभ में विद्वानों द्वारा ग्लोबल वार्मिग, पर्यावरण और प्रदूषण, मूल्य आधारित जीवन, विज्ञान एवं अध्यात्म, धर्म से मानव कल्याण, कृषि कुंभ में कृषि संबंधी सभी विषय, शक्ति कुंभ में महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता जैसे विभिन्न ज्वलंत विषयों पर विचार मंथन किया जायेगा. यानि दूसरे शब्दों में यह हरा सिंहस्थ होगा.
सिंहस्थ के दौरान सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये हैं तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों से पुलिस बल को बुलाकर यहां पदस्थ किया गया है. इसके लिये पुलिस के व्यापक सुरक्षा इंतजाम किये गये हैं तथा मेला क्षेत्र में 22,000 पुलिसकर्मी लोगों की सुरक्षा के लिये तैनात किये गये हैं. शाही स्नान के दिनों में 25,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जायेगा.इसके साथ ही बडे पैमाने पर श्र्धालुओ केलिये व्यवस्थाये की गई.
आज से शुरू हुए सिंहस्थ पर्व के दौरान यानि 21 मई तक चलने वाले इस महा पर्व के दौरान तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए दिल्ली और इंदौर के बीच रोजाना अतिरिक्त उड़ान सेवा शुरू कर रही है. साथ ही रेलवे ने भी इस दौरान अतिरिक्त रेल गाड़ियॉ शुरू के है.वी एन आई