लंदन 10 नवंबर (शोभनाजैन,वीएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल से शुरू होने वाली ब्रिटेन की यात्रा के मद्देनजर भारत की शान माने जाने वाले और अब ब्रिटिश महारानी के ताज की शोभा बढा रहे विश्व के सबसे बड़े हीरे कोहिनूर को ब्रिटेन से वापस लाये जाने की मांग एक बार फिर नये सिरे से उठने लगी है। 105 कैरेट का कोहिनूर हीरा तत्कालीन ब्रिटिश हुकूमत के दौरान ततकालीन ब्रिटिश महारानी विक्टोरिया को 1850 मे भेंट किया गया था। यह हीरा अब महारानी एलिजाबेथ के ताज में लगा है और इसकी प्रतिकृति लंदन टॉवर में रखी गई है। भारतीय मूल के सॉसद कीथ वॉज ने भी एक बार फिर यह मॉग उठाते हुए कहा है कि अगर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी ब्रिटेन यात्रा के बाद वहा की सरकार से यह वादा ले लेते है कि वह भारत को यह हीरा वापस कर देंगे तो निश्चय ही यह सोने पर सुहागा होगा.इसी बीच इंडियन लेजर ग्रुप के सह-संस्थापक डेविड डिसूजा इसकी भारत वापसी के लिए नए सिरे से कानूनी कार्यवाही के लिए लामबंद हो गए हैं। प्रधान मंत्री आगामी 12 नवंबर को ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा पर जा रहे है जहा वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन के साथ उभय्पक्षीय संबंधो को मजबूत बनाने पर मंत्रणा के साथ ब्रिट्श महारानी के साथ मुलाकात करेंगे जो कि बकिंघम पैलेस मेंउनके सम्मान मे भोज देंगी
श्री मोदी के ब्रिटेन दौरे के मद्देनजर भारतीय उद्योगपतियों और अभिनेताओं की एक लॉबी एक बार फिर कोहिनूर हीरा भारत को वापस करने की मांग करते हुए िस मुद्दे को कानूनी चुनौती देने की भी तैयारी कर रहा है। करीब 800 साल पहले 105 कैरेट का यह हीरा भारत की खदान से निकला था और अंग्रेजों के राज के दौरान इसे तत्कालीन महारानी विक्टोरिया को भेंट में दिया गया। आजादी के बाद से ही भारत से लगातार कोहिनूर हीरे की वापसी की मॉग उठती रही है ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन की २०१३ मे भारत दौरे के दौरान फिर से ये मांग उठी थी, लेकिन श्री कैमरुन ने तब भी हिन्दुस्तानियों की बरसों पुरानी मांग को ठुकराते हुए कोहिनूर हीरे को लौटाने से साफ इनकार कर दिया था। एक प्रवासी भारतीय के अनुसार दरअसल कोहिनूर हीरा हमारी भावनाओ से जुड़ा है, इसी भावना को ध्यान मे रखते ब्रिटेन को यह हीरा भारत को वापस कर देना चाहिये वी एन आई