न्यूयार्क,25 सितंबर (शोभनाजैन,वीएनआई) मोदी ओबामा के बीच आगामी 28 सितंबर को न्यूयोर्क मे होने वाली अहम मुलाकात से पूर्व अमरीका ने दोनो देशो के बीच द्विपक्षीय संबंधो को मजबूत करने की प्रतिबद्धत्ता दोहराते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी व राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच की यह वार्ता दोनों नेताओं को जनवरी में नई दिल्ली में हुई वार्ता को आगे बढाने का अवसर हो्गी. अमरीका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बेन रोड्स के अनुसार ' हम अमेरिका और भारत के संबंधों को मजबूत करने, हमारे आर्थिक एवं वाणिज्य संबंध बनाने, एशिया और विश्व में हमारे राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग को आगे बढाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं' उन्होंने कहा कि ओबामा जनवरी में मुख्य अतिथि के तौर पर गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने भारत गए थे. आगामी २८ सितंबर की यह बैठक नई दिल्ली वार्ता को आगे बढाने का अवसर होगी. इससे पूर्व अमेरिका में भारत के राजदूत अरूण के सिंह ने भी इस बैठक के बारे मे कहा था कि दोनों नेताओं की इस बैठक में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर चर्चा की जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के बाद से यह दोनों नेताओं ्के बीच यह तीसरी बैठक है. सिंह ने कहा था,'दोनो नेता द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बात करेंगे. इस दौरान आर्थिक संबंध निश्चित ही वार्ता का हिस्सा होंगे. यह मुलाकात इस मायने मे भी अहम मानी जा रही है कि यह वार्ता दोनो देशो के बीच हल ही मे सम्पन्न पहली सामरिक और वाणिज्यिक वार्ता के फौरन बाद हो रही है और दोनो देश वर्तमान सामरिक वार्ता के साथ साथ आर्थिक सहयोग बढाने पर विशेष ध्यान दे रहे है.
अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने भी कहा है कि राष्ट्रपति ओबामा भी इस मुलाकात की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे है.श्री मोदी व श्री ओबामा के बीच यह मुलाकत ऐसे वक्त हो रही है जबकि श्री मोदी संयुक्त राष्ट्र् की दो शिखर बैठको,जी 4शिखर बैठको और सिली कॉन वेली की याता के सिलसिले मे अमरीका आये हुए है.श्री रोड्स ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र में ओबामा अपनी वार्ताओं में मुख्य रुप से जलवायु परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इन वार्ताओं में मोदी के साथ बैठक भी शामिल है.
रोड्स ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रपति की मुलाकात बहुत अहम होगी, क्योंकि भारत निस्संदेह एक और बडी अर्थव्यवस्था है-एक बड़ा उत्सर्जक है. निश्चय ही हम उस वार्ता को जारी रखना चाहेंगे जो हमने भारत में की थी और इस बारे मे आगे विचार करेंगे कि भारत जलवायु परिवर्तन संबंधी अंतरराष्ट्रीय कदमों के समर्थन में कैसे साथ आगे बढता है'
रोड्स ने कहा,'यह उल्लेखनीय है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के सफल वैश्विक प्रयास में भारत की अहम भूमिका होगी इसलिए दोनों नेता पेरिस में होने वाली बैठकों संबंधी योजना के बारे में अपने साझा दृष्टिकोण पर निश्चित ही चर्चा करेंगे' मोदी अपनी छह दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर बुधवार रात को यहां आए थे। आगामी 28 सितंबर को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति ओबामा से प्रधान मंत्री मोदी की मुलाकात होगी।श्री ओबामा संयुक्त राष्ट्र महासभा के उदघाटन सत्र को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे, उसी दिन संयुक्त राष्ट्र महासचिव की तरफ से दिए गए दोपहर के भोज में शामिल होने के बाद मोदी ओबामा की मेजबानी में होने वाले संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों पर होने वाले शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे
न्यूयोर्क यात्रा के दौरान ्प्रधान मंत्री मोदी फ्रांस, जोर्डन, भूटान, मेक्सिको, गुयाना, साइप्रस, स्वीडन, कतर और फलस्तीन समेत कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि हालांकि इस दौरान मोदी का अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ बैठक का कोई कार्यक्रम नहीं है. श्री मोदी ने कल बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की थी. रोड्स ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र में ओबामा अपनी वार्ताओं में मुख्य रुप से जलवायु परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इन वार्ताओं में मोदी के साथ बैठक भी शामिल है.