नई दिल्ली 21 फरवरी (शोभना जैन,वीएनआई) दूर परदेस मे मुसीबत मे घिरे\'भारतीयो\' के अपनी सरकार से \'मदद\'की गुहार करते ही अब उन्हे अपनी सरकार की तरफ से बहुत जल्द \'मदद\' मिल सकेगी. विदेश तथा अप्रवासी भारतीयो के विभाग् की मंत्री सुषमा स्वराज ने आज यहा आयोजित एक कार्यक्रम मे इसी उद्देश्य से \'मदद\' वेब साईट् शुरू की जिसके जरिये परदेस मे मुसीबत मे घिर जाने वाले भारतीय अपनी सरकार से सीधे मदद की गुहार कर सकते है,कांसुलर सहायता ले सकेगे .
इस अवसर पर विदेश मंत्री ने कहा कि इ्न्ही \'अपनो\' को समर्पित यह वेबसाईट कोई साधारण वेब साईट नही है बल्कि इसमे यह सुनिश्चित किया गया है कि इन भारतीयो तक फौरन ही वहा के दूतावास कारगर् ढंग से मदद पहुचायें.उन्होने कहा कि यह वेबसाईट इस तरह डिजायन की गयी है कि इससे इन भारतीयो की समस्याओ का एक निश्चित समय सीमा मे हल किया जा सकेगा, साथ ही अधिकारि्यो की जबावदेही भी तय की गयी है.जैसे ही दुनिया के किसी भी कोने मे परेशानी मे घिरा कोई भारतीय अपने परेशानी इस वेबसाईट पर डालेगा, फौरन ही वह समस्या सम्बद्ध विभाग तक पहुच जायेगी और वो अधिकारी निर्धा्रित समय सीमा मे उसका हल करने की कोशिश करेगा, अगर वह इस निर्धारित समय सीमा मे उसका हल नही कर पाता है तो समस्या ऑटोमेटिक रूप से \'क़लर कोड \'के रंग बदल कर अगले वरिष्ठ अधिकारी तक पहुंच जायेगी इससे न केवल समस्या का जल्द हल हो सकेगा बल्कि अधिकारियो की जबावदेही भी सुनिश्चित की जा सके्गी. उन्होने कहा कि \'मदद\' शब्द भी इस लिये चुना गया इसे सभी आसानी से समझ सकते है. उन्होने कहा कि इसकी टेग लाईन भी बहुत सटीक है \'बिकॉज़ यू आर अस\' य़ानि \'हम,आप एक ही तो हैं...\' इसका \'लोगो\' भी इसी भावना को अभिव्यक्ति देता है,जिस मे मदद पाने वाला और मददगार एक दूसरे का हाथ थामे है
विदेश मंत्री ने कहा कि अक्सर उन्हे परदेस मे मुसीबत् मे घिरे ऐसे अपने भारतीयो की परेशानिया और इनके तथा इनके परिजनो की तरफ से मदद की \'पुकार\' सुनने को मिलती है. सरकार का प्रयास है कि इस साईट से इन्हे मदद मिले, इनकी समस्याओ का समाधान हो सके. उन्होने कहा कि ये भारतीय अब तक मदद की गुहार \'आप्रवासी भारतीयों का मंत्रालय\' से करते रहे है जबकि इनकी समस्याओ का समाधान विदेश मंत्रालय करता है अब दोनो मंत्रालयो ने आपसी तालमेल से यह वेबसाईट डिजायन की गयी है. गौरतलब है कि इस समय यह दोनो मंत्रालय की एक ही मंत्री यानि श्रीमति स्वराज है जबकि पूर्ववर्ती सरकार मे दोनो मंत्रालयो के अलग अल्ग मंत्री हुआ करते थे.इस योजना को सरकार की \'सुशासन\' पहल का प्रभावी अंग माना जा रहा है.
‘मदद’मे फिलहाल आम जनता से शिकायतों के लिए सीधे पंजीकरण तथा इसके बाद शिकायत का निवारण होने की सुविधा के साथ जल्द ही टेलीफोन से पूछताछ को हैंडल करने के लिए एक कॉल सेंटर शुरू किये जाने का भी प्रावधान भी है जिससे भारतीय टेलीफोन के जरिये सम्बद्ध दूतावास से मदद् ले सकेंगे.
श्रीमति स्वराज ने बताया कि आम जनता से इस पोर्टल के लिए एक उपयुक्त लोगो एवं टैगलाइन (अंग्रेजी में) का सुझाव मांगे गये थे. 1000 प्रविष्टियो मे से इस प्रविष्टि को चुना गया. इसमे \'लोगो\'और \'टैगलाइन\' के पुरुस्कार दो अलग अल्ग लोगोको ्मिले इस के लिये उन्हे एक लाख की पुरुस्कार राशि मे से 50,000-50,000 दोनो को दिये गये. गौरतलब है कि अक्सर विदेश मे रह रहे भारतीय विशेष तौर पर रोजी रोटी कमाने गये छोटे कामगारो ,नर्सो तथा ऐसे ही कर्मियो को वहा परेशानी मे घिर जाने पर यह नही पता होता है कि वह अपनी परेशानी अपने दूतावास तक कैसे पहुंचाये, अक्सर श्रमिक विवाद मे नियोक्ता उनका पासपोर्ट अपने पास रख लेते है और वे वही फंस जाते है, उन्हे वेतन भी नही दिया जाता है, या कई बार वे काम करने वाले देशो मे अचानक अस्थिर राजनैतिक स्थति से उत्पन्न हालात के शिकार हो जाते है,कुछ वहा से उन परिस्थितियों से निकल् कर वापस वतन लौटना चाहते है ऐसे तमाम मुसीबतज़दा भारतीयो के लिये अब मदद पाने की राह आसान बनाने के इरादे से उन्हे कांसुलर सहायता देने के लिये \'मदद\' वेब साईट शुरू की गयी है. कार्यक्रम मे विदेश,अप्रवासी भारतीयो की मामलो के मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.वी एन आई