बेंगलुरु,4 जनवरी ( अनुपमाजैन /वीएनआई ) पठानकोट आतंकी हमले में एनएसजी के शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन की बहादुर बहन का कहना है कि उनका भाई रण भूमि में अर्जुन की तरह लडा .और अपनी मातर्भूमि के लिए उसने अपनी जान दे दी। बहादुर भाई की शहादत को भाई की ही सी दृढ़ता के साथ याद करती इस बहादुर बहिन का कहना था "निरंजन तो अर्जुन था उसका टारगेट था सिर्फ और सिर्फ देश की रक्षा, चाहे इसमे उसके प्राणो का भी उत्सर्ग हो ' । शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए आज यहाँ लाया गया , जहा से बाद में उसे केरल , उनके पैतृक गॉव लेजाया जाएगा जहा उनके अंतयेष्टि की जाएगी .
बेटे की शहादत पर निरंजन के पिता इ के शिवरंजन ने बताया कि निरंजन शुरुआती दिनों से ही आर्मी में जाना चाहते थे। केरल के पलक्कड़ जिले के इलंबसेरी गांव में जन्मे निरंजन ने कम उम्र में ही अपनी मां को खो दिया था।वह बेंगलुरु में अपने दो भाइयों और एक बहन के साथ पले-बढ़े। एनएसजी में जाने से पहले वे सेना के मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप में अप्वाइंट हुए थे।
तीन साल पहले ही यहीं उनकी शादी डॉक्टर केजी राधिका से हुई। उनकी दो साल की एक बेटी है,जिसका नाम विस्मया है.
गौरतलब है कि निरंजन पठानकोट में मारे गए एक आतंकी के शरीर में बंधे एक्सप्लोसिव को डिफ्यूज कर रहे थे। निरंजन के उसे छूते ही धमाका हो गया। बेहद जख्मी हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें नहीं बचाया जा सका।
निरंजन के अलावा एनएसजी के आठ जवान घायल भी हो गए। इस आतंकी हमले में भारत के अब तक सात जवान शहीद हो चुके हैं और 10 जवान घायल हुए हैं जबकि पांच आतंकियों को मारा जा चुका है। आतंकी हमले में कल तीन जवान घायल हो गए थे जिन्होंने आज दम तोड़ दिया।