नई दिल्ली 28 नवंबर(वीएनआई) खुशखबरी! अब डेटा ट्रांसफर के लिए वाई-फ़ाई के विकल्प मे एक ऐसी तकनीक आ चुकी है जो वाई-फ़ाई के मुक़ाबले 100 गुना तेज़ है. जहा एक ओर 1997 मे शुरु हुआ "वाईफ़ाई" वायरलेस नेटवर्किंग प्रोटोकॉल की डेटा ट्रांसफर की स्पीड 2 मेगाबाईट पर सेकंड है वहीं लाई-फ़ाई की स्पीड 1 गीगाबाईट पर सेकंड होगी, सबसे बड़ी बात है कि इस तकनीक को विकसित करने वाले तकनीशियन स्टार्टअप कंपनी वेलमेनी के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपक सोलंकी भारतीय हैं. लाई-फ़ाई का इसी सप्ताह एस्तोनिया के टालिन में परीक्षण किया गया.
लाई-फ़ाई से वाई-फ़ाई के मुक़ाबले आप 100 गुना तेज़ इंटरनेट चला सकते हैं और इसकी रफ़्तार एक गीगाबिट प्रति सेकेंड तक हो सकती है.बताया जा रहा है क़ी यह तकनीक तीन से चार साल में उपभोक्ताओं तक पहुंच जाएगी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार लाई-फ़ाई के इस्तेमाल के लिए मोबाइल पर एक डिवाइस लगानी होगी पर भविष्य में यह वाई-फ़ाई और ब्लूटूथ की तरह मोबाइल में ही इनबिल्ट होगी.केवल बिजली का एक स्रोत जैसे एलईडी बल्ब, इंटरनेट कनेक्शन और एक फ़ोटो डिटेक्टर से लाई-फ़ाई चलाया जा सकेगा .