लॉस एंजिलिस 8 मार्च (वीएनआई) पांच बार की ग्रैंड स्लैम विजेता और वर्तमान मे नंबर छह वरीयता प्राप्त, टेनिस यूथ ऑयकॉन 29 वर्षीया मारिया शारापोवा भी डोप टेस्ट में फेल हो गई है और इसका कारण एक प्रतिबंधित दवा 'मेल्डोनियम' या माईल्ड्रोनेटका सेवन है केवल इसी दवा के चलते एक महीने के भीतर सात एथलीट फंस चुके हैं जिसमे ओलंपिक स्केटिंग चैंपियन भी हैं शारापोवा ने खुद सार्वजनिक तौर पर यह बात कबूल की है वे एक ऐसी दवा ले रही थीं जिसे वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी 2016 की लिस्ट में प्रतिबंधित कर चुकी है। हालांकि इसे प्रतिबंधित करने का निर्णय 16 सितंबर 2015 मे ले लिया गया था पर 1 जनवरी 2016 से इसे प्रभावी किया गया था. शारापोवा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, वे 12 मार्च से तब तक सस्पेंड रहेंगी जब तक इस पर पूरा फैसला नही आ जाता , इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन ने एक ्बयान जारी कर यह बताया कि शारापोवा का टेस्ट 26 जनवरी को पॉजिटिव पाया गया था।उन पर चार साल का बैन लग सकता है। गौरतलब है कि महिला टेनिस संघ की रैंकिंग मे सन 2005 मे केवल 18 वर्ष की उम्र मे ्ही शारापोवा विश्व की अव्वल नंबर ्की खिलाड़ी थी, रूस की शारापोवा पिछले 10 साल से 'मेल्डोनियम' नाम की एक दवा ले रही थीं और इसी दवा के कारण उनका टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। बताया जा है कि शारापोवा को आर्थिक रूप से भी इसके लिये भारी खामियाज़ा उठाना पड़ सकता है कल ही निके कंपनी ने शारापोवा के साथ हुआ 500 करोड़ का करार समाप्त कर दिया
उल्लेखनीय है कि शारापोवा ने खुद ही स्वीकार किया कि इस दवा को हलांकि वे 2006 से ले रही थीं, लेकिन पिछले साल यह बैन हो चुकी दवाओं की लिस्ट में शामिल हो गई ्पर वे खुद इस बात से अनभिज्ञ थीं 'प्रेस कॉन्फ्रेंस में बेहद भावुक हुई शारापोवा ने कहा, 'मैं टेस्ट में फेल हो गई और इसकी पूरी जिम्मेदारी लेती हूं।' शारापोवा ने कहा, ''मैंने उस खेल को शर्मसार किया जिसे में चार साल की उम्र से खेल रही हूं, जिसे मैं इतना प्यार करती हूं।' पर साथझी उन्होने सफाई देते हुए कहा कि भले ही यह मेडिसिन अमेरिका जैसे देशों में मौजूद न हो लेकिन रूस जैसे कई देशों में मिलती है।'
उन्होने कहा मैं जानती हूं कि मुझे किन परिस्थितियों से गुज़रना पड़ेगा। लेकिन मैं अपना करिअर ऐसे खत्म नहीं करना चाहती और मुझे उम्मीद है कि मुझे फिर से खेलना का मौका मिलेगा।'
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह दवा रक्त संचार को बढाती है जिससे किसी भी एथलीट की व्यायाम क्षमता बढ जाती है पर शारापोवा के अनुसार वे स्वास्थ्य संबंधी कारणो मे जिनमे डायबिटीज और लो मैग्नीशियम की दिक्कत भी शामिल है, को दूर करने के लिये इस दवा का प्रयोग करती थीं