लखनऊ, 29 अक्टूबर | उत्तर प्रदेश में हॉकी खिलाड़ियों को अभी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं, जिस कारण उन्हें प्रदेश से बाहर का रुख करना पड़ता है, लेकिन खेल एवं युवा कल्याण मंत्री व पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी चेतन चौहान ने कहा है कि उनका सपना है कि हॉलैंड की तर्ज पर उप्र के हर गांव में हॉकी के लिण् एस्ट्रोटर्फ बने, ताकि बेहतर खिलाड़ी ग्रामीण परिवेश से बाहर निकलकर अपना जौहर दिखाएं।
कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान ने दिए साक्षात्कार में उन पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की, जिसकी वजह से खिलाड़ियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, उप्र में हॉकी को उतनी अहमियत नहीं मिली। हॉकी का पतन हो गया है। हमारी कोशिश है कि उप्र में सबसे पहले सभी मंडल मुख्यालयों पर हॉकी के खिलाड़ियों के लिए एस्ट्रोटर्फ बनाया जाए। इससे खिलाड़ियों को काफी लाभ मिलेगा। मंत्री ने कहा, हॉलेंड के हर गांव में हॉकी के लिए एस्ट्रोटर्फ बना हुआ है। इसी वजह से वहां काफी संख्या में अच्छे खिलाड़ी निकलते हैं। हम भी चाहते हैं कि उप्र के हर गांव में हॉकी के लिए एस्ट्रोटर्फ बने। लेकिन यह इतना आसान भी नहीं है। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी ने कहा कि एस्ट्रोटर्फ के साथ ही हम खिलाड़ियों के लिए और बेहतर सुविधाएं देने पर काम कर रहे हैं। खिलाड़ियों को अक्सर चोट लगती रहती है, जिससे उनका खेल प्रभावित होता है। उन्होंने कहा, निजी और सरकारी अस्पतालों का चक्कर लगाने में खिलाड़ियों का काफी समय बर्बाद होता है। इससे बचने के लिए हम खिलाड़ियों के लिए रिहैबिलिटेशन सेंटर भी खोलने पर विचार कर रहे हैं। फिलहाल लखनऊ, बनारस और मेरठ में इस तरह के सेंटर खोलने की योजना है।
चेतन चौहान ने कहा कि खेल विभाग ने खिलाड़ियों के लिए अपनी तरफ से फिजियोथिरेपिस्ट रखने का विचार किया है। ये फिजियो खिलाड़ियों को चोट लगने पर उनकी फिटनेस पर ध्यान देंगे। पूर्व हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न दिए जाने के सवाल पर उप्र के खेल मंत्री ने कहा कि इसे लेकर एक माहौल बनाने का प्रयास जारी है। बकौल चौहान, "आपको बता दूं कि उप्र का खेल मंत्री होने के साथ ही मैं आरएसएस की क्रीड़ा भारती परिषद का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हूं। अभी 7 और 8 अक्टूबर को इसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उन्होंने कहा कि इस बैठक में मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पास किया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा गया है। चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार के 'खेलो इंडिया खेलो' योजना के तहत उप्र का खेल मंत्रालय भी काम कर रहा है। कोशिश है कि हर तहसील स्तर पर एक मिनी स्टेडियम जरूर बनना चाहिए, जिससे खिलाड़ियों को उसका लाभ मिल सके। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। जल्द ही इसे मुख्यमंत्री के पास भेजा जाएगा। यह पूछे जाने पर कि लखनऊ के लोग आईपीएल मैचों का आनंद कब तक ले सकेंगे, खेल मंत्री ने कहा, "हमारी कोशिश है कि लखनऊ में जो स्टेडियम बन रहा है, वह जल्द से जल्द बने। अगले सत्र में लखनऊ में आईपीएल मैचों का आयोजन कराए जाने पर विचार किया जा रहा है। मंत्री चौहान ने कहा, लखनऊ में प्रो कबड्डी के कई मैचों का आयोजन हुआ है। मैं यह देखकर हैरान हूं कि प्रो कबड्डी ने टीआरपी के मामले में किक्रेट को पीछे छोड़ दिया है। मैं कहना चाहता हूं कि अब परिस्थतियां बदल रही हैं। उप्र सरकार हॉकी के साथ ही कबड्डी को भी प्रोत्साहन देगी।
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