हैदराबाद, 12 अक्टूबर (वीएनआई)| भारतीय टीम के दिग्गज तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने आधिकारिक तौर पर संन्यास लेने की पुष्टि कर दी है। नेहरा ने आज कहा कि एक नवंबर को दिल्ली के फिरोज शाह कोटला में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जाने वाले टी-20 मैच उनके करियर का आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच है।
38 वर्षीय नेहरा ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले तीसरे टी-20 मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैंने टीम प्रबंधन और चयन समिति से बात कर ली है (संन्यास लेने के विषय में)। न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाला मैच दिल्ली में है। आपको घरेलू दर्शकों के सामने खेल को अलविदा कहने का इससे बेहतर मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, जब आपसे लोग संन्यास लेने की कहें उस स्थिति से बेहतर है कि आप तब संन्यास लें जब आपसे कहा जाए कि आप क्यों ऐसा कर रहे हैं। मैं अपने खेल के शीर्ष पर संन्यास लेना चाहता हूं। नेहरा ने कहा, मेरा मानना है कि भुवी (भुवनेश्वर कुमार) और जसप्रीत (बुमराह) इस समय काफी अच्छा कर रहे हैं और इसी कारण मुझे यह फैसला लेने में मदद मिली।
नेहरा इस समय आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही तीन टी-20 मैचों की सीरीज का हिस्सा हैं। सीरीज इस समय 1-1 से बराबर है और तीसरा मैच निर्णायक होगा। हालांकि नेहरा को अभी तक खेलने का मौका नहीं मिला है। नेहरा का करियर चोटों से काफी प्रभावित रहा है। उन्होंने अपने करियर में कुल 12 सर्जरी कराई हैं। नेहरा ने कई बार टीम से बाहर जाने के बाद वापसी की है। 2016 में उनके द्वारा की गई वापसी के बाद से उन्होंने खेल के छोटे प्रारूप में टीम को काफी कुछ दिया। चोटों से वापसी करते हुए ही उन्होंने 2011 विश्व कप टीम में जगह बनाई थी और टीम को विजेता बनाने में रोल निभाया था। वह पिछले साल टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे।
नेहरा ने 1999 में दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। हालांकि वह टेस्ट क्रिकेट ज्यादा नहीं खेल पाए। उनके खाते में सिर्फ 17 टेस्ट मैच हैं जिसमें उन्होंने 44 विकेट लिए हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ 2004 में खेला था। वनडे में नेहरा ने भारत के लिए 120 मैच खेले हैं और 157 विकेट लिए हैं। जिम्बाब्वे के खिलाफ 2001 में हरारे में अपना पहला मैच खेलने वाले नेहरा ने अपना आखिरी वनडे 2011 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 30 मार्च को खेला था। नेहरा को 2003 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में छह विकेट लेने के लिए जाना जाता है। इस मैच में उन्होंने इंग्लैंड की कमर तोड़ दी थी और भारत को जीत दिलाई थी। इस विश्व कप में नेहरा, जहीर खान और जवागल श्रीनाथ की तिगड़ी ने भारत को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की थी। नेहरा ने कहा कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी नहीं खेलेंगे। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने कहा, नवंबर और आईपीएल के बीच पांच महीनों का अंतर है इसलिए मैं आईपीएल में भी खेल सकता था, लेकिन मैं सिर्फ अपने देश के लिए खेलने के लिए अभ्यास करता हूं। मैं एक बार जब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं तो मैं आईपीएल में भी नहीं खेलूंगा।
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