मुंबई, 10 दिसम्बर (वीएनआई)। भारत और इंग्लैंड के बीच वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन आज सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (136) की शतकीय पारी और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 83) के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम ने इंग्लैंड के 400 रनों के जवाब में चायकाल तक अपनी पहली पारी में 348/6 रन बना लिए।
दूसरे सत्र का खेल खत्म होने तक कोहली के साथ रवींद्र जड़ेजा (नाबाद 22) क्रिज पर डटे हुए हैं। दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी हो चुकी है। कोहली ने अभी तक अपनी पारी में 171 गेंदें खेलते हुए नौ चौके लगाए हैं। हालाकि, पहली पारी के आधार पर मेजबान टीम इंग्लैंड से अब अब केवल 52 रन पीछे है। पहले सत्र में एक विकेट गंवाने वाली मेजबान टीम ने इस सत्र में चार विकेट गंवाए और 101 रन ही जोड़े। दूसरे सत्र की शुरुआत में शतकवीर विजय, आदिल राशिद की गेंद पर उनको ही कैच देकर पवेलियन लौट गए। कोहली और विजय के बीच तीसरे विकेट के लिए 116 रनों की साझेदारी हुई । विजय ने अपनी पारी में 282 गेंदें खेलते हुए 10 चौके और तीन छक्के लगाए। कोहली ने इस पारी के दौरान टेस्ट करियर में 4000 और एक साल में 1000 रन पूरे किए। विजय के बाद कोहली का साथ देने आए करुण नायर (13), पार्थिव पटेल (15) भी पिच पर ज्यादा देर टिक नहीं सके और पवेलियन लौट गए। रविचंद्रन अश्विन बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। उन्हें जोए रूट ने जेनिंग्स के हाथों कैच आउट करा पवेलियन भेजा।
भारत की तीसरे दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही। अपने दूसरे दिन (शुक्रवार) के स्कोर 146 रन पर एक विकेट से आगे खेलने उतरी मेजबान टीम को दिन की दूसरी गेंद पर ही झटका लगा। दूसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (47) टीम और अपने खाते में एक भी रन नहीं जोड़ पाए और जैक बॉल की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद कप्तान कोहली ने विजय के साथ पारी को बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ाया। दोनों के ऊपर किसी तरह का दबाव नहीं दिख रहा था। एक छोर संभाले विजय ने इंग्लैंड के गेंदबाजों पर शानदार शॉट्स लगाए और कई बार गेंद को सीमारेखा के पार भेजा। विजय ने इसी दौरान 72वें ओवर में मोइन अली की गेंद पर एक रन लेकर अपना आठवां शतक लगाया। इसके लिए उन्होंने 231 गेंदें खेलीं।
इस साझेदारी में कोहली भी तीन और रिकार्ड अपने नाम कर ले गए। वह भारत की तरफ से टेस्ट में एक साल में 1,000 रन बनाने वाले तीसरे कप्तान बन गए हैं। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर ने 1997 और राहुल द्रविड़ ने 2006 में यह कारनामा किया था। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में चार हजार रन भी पूरे कर लिए हैं। इस टेस्ट मैच से पहले वह इस रिकार्ड से 41 रन दूर थे। वह ऐसा करने वाले भारत के 14वें खिलाड़ी और सबसे तेजी से 4000 रन पूरे करने वाले छठे भारतीय हैं। इंग्लैंड के लिए रूट और अली ने दो-दो विकेट चटकाए हैं, जबकि राशिद और बॉल को एक-एक सफलता हासिल हुई है। इससे पहले इंग्लैंड ने पदार्पण मैच खेल रहे केटान जेनिंग्स (112), जोस बटलर (76) मोइन अली (50) की शानदार पारियों की बदौलत अपनी पहली पारी में 400 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। भारत की तरफ से अश्विन ने छह और जड़ेजा ने चार विकेट लिए थे।