पुणे, 23 फरवरी (वीएनआई)| आस्ट्रेलिया ने मैट रेनशॉ (68) की अर्धशतकीय पारी के बाद मिशेल स्टार्क के (नाबाद 57) द्वारा अंत में खेली गई तेज तर्रार जुझारू पारी की मदद से महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन आज भारत के खिलाफ दिन का खेल खत्म होने तक 256/9 रन बना लिए हैं।
आस्ट्रेलिया ने अपने नौ विकेट 205 रनों पर ही खो दिए थे लेकिन स्टार्क ने जोस हाजलेवुड (नाबाद 1) के साथ दसवें विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी कर भारतीय टीम के आस्ट्रेलिया को जल्दी पवेलियन भेजने के सपने को तोड़ दिया। अब भारत को आस्ट्रेलिया का आखिरी विकेट लेने के लिए दूसरे दिन का इंतजार करना होगा। ऑस्ट्रेलिया के लिए सर्वाधिक 68 रन भारत में अपना पहला मैच खेल रहे सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ ने बनाए। डेविड वॉर्नर ने 38 रनों का योगदान दिया। भारत की तरफ से उमेश यादव को चार सफलताएं मिली। रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को दो-दो विकेट मिले। जयंत यादव को एक विकेट मिला। आस्ट्रेलिया का निचला क्रम ढह गया। तीसरे सत्र में आस्ट्रेलिया ने मिशेल मार्श ( 4), मैथ्यू वेड (8), स्टीवन ओ कैफी (0), नाथन लॉयन (0), और रेनशॉ के विकेट गंवाए। रेनशॉ ने अपनी पारी में 156 गेंदों में 10 चौके और एक छक्का लगाया। रेनशॉ 82 के कुल योग पर तबीयत खराब होने के कारण मैदान से बाहर जाने को मजबूर हुए थे। उस समय रेनशॉ का निजी योग 36 था। कप्तान स्मिथ का विकेट गिरने के बाद वह दोबारा मैदान में लौटे।
टास जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी आस्ट्रेलिया ने अच्छी शुरुआत की थी और भोजनकाल तक एक विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। वार्नर को उमेश ने 82 के कुल योग पर आउट किया था। उस समय स्मिथ एक और शॉन मार्श एक रन पर नाबाद लौटे थे। वार्नर ने 77 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए। उमेश ने 10 पारियों में पांचवीं बार वार्नर को आउट किया। भारतीय गेंदबाजों ने पहले सत्र के बाद शानदार वापकी की और दिन के दूसरे सत्र में तीन और आखिरी सत्र में पांच विकेट झटक कर आस्ट्रेलिया को संकट में डाल दिया।
भोजनकाल के बाद मार्श और स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 37 रन जोड़े। मार्श को जयंत ने 119 के कुल योग पर आउट किया। इसके बाद कप्तान ने हैंड्सकॉम्ब के साथ तीसरे विकटे के लिए 30 रनों की साझेदारी की। हैंड्सकॉम्ब को जडेजा ने 149 के कुल योग पर आउट किया। हैंड्सकॉम्ब ने 45 गेंदे खेली और अपनी पारी में तीन चौके लगाए। इसी योग पर रवीचंद्रन अश्विन ने कप्तान को चलता कर मेहमानों को चौथा और सबसे बड़ा झटका दिया। स्मिथ पैर जमाते नजर आ रहे थे, तभी वह गलती कर बैठे और एक तरीके से अपना विकेट भारत को दे गए। अश्विन की गेंद पर वह आगे बढ़ कर मिडविकेट के ऊपर से मारना चाहते थे लेकिन गेंद सीधे कोहली के हाथों में गई। स्मिथ ने 95 गेदें खेलीं और अपनी पारी में दो चौके लगाए। स्मिथ के जाने के बाद रेनशॉ मैदान पर वापस आए। चायकाल तक वह मिशेल मार्श के साथ टिके रहे। आस्ट्रेलिया ने चायकाल तक चार विकेट पर 153 रन बनाए थे।
दिन के आखिरी सत्र में जडेजा ने मार्श को पवेलियन भेजा। दूसरे छोर पर खड़े रेनशॉ ने अर्धशतक पूरा किया। वेड जिस तरह से संभल कर बल्लेबाजी कर रहे थे लग रहा था कि वह टिके रहेंगे लेकिन उमेश की गेंद पर वह पगबाधा करार दे दिए गए। मेजबानों को बड़ा विकेट अश्विन ने दिलाया। रेनशॉ उनकी गेंद पर स्लिप पर खड़े मुरली विजय के हाथों लपके गए। कैफी को यादव ने खाता भी नहीं खोलने दिया। अगली ही गेंद पर लॉयन भी पवेलियन लौट गए। भारत उम्मीद लगाए बैठा था कि वह आखिरी विकेट भी जल्दी ले लेगा लेकिन स्टार्क ने ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने अश्विन पर छक्का लगाया और फिर 88वें ओवर में जडेजा पर लगातार दो चौके और एक छक्का लगाया। हेजलवुड ने उनका अच्छा साथ दिया और दोनों दिन का खेल खत्म होने तक टिके रहे।