हरारे, 22 जून (वीएनआई), भारत और जिम्बाब्वे के बीच हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर खेले गए तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला के अंतिम मैच में आज जिम्बाब्वे को रोमांचक मुकाबले में तीन रनों से हरा दिया। इसके साथ ही भारत ने तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम कर ली। यह श्रृंखला का आखिरी मैच था। इससे पहले भारत ने जिम्बाब्वे को एकदिवसीय श्रृंखला में 3-0 से मात दी थी।
टॉस हारकर भारत ने पहले खेलते हुए जिम्बाब्वे को 139 रनों का लक्ष्य दिया था। जिम्बाब्वे की टीम इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई और पूरे 20 ओवर खेलने के बाद छह विकेट के नुकसान पर 135 रन ही बना सकी। भारत की तरफ से अर्धशतकीय पारी खेलने वाले केदार जाधव (58) को मैन ऑफ द मैच चुना गया। बरिंदर सरन को मैन ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया। सरन ने इस श्रृंखला में दो मैचों में छह विकेट अपने नाम किए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 10 रन देकर चार विकेट रहा।
जिम्बाब्वे ने श्रृंखला के पहले मैच में चौंकाते हुए भारत को हराकर बढ़त ले ली थी, लेकिन दूसरे मैच में भारत ने जिम्बाब्वे को 10 विकेट से हराकर बराबरी कर ली। यह श्रृंखला का निर्णायक मुकाबला था जिसे भारत ने अपने नाम किया। जिम्बाब्वे को अंतिम ओवर में 21 रनों की जरूरत थी। कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने पिछले मैच के हीरो तेज गेंदबाज सरन को गेंद थमाई। टिमयसेन मारुमा (नाबाद 23) ने सरन की पहली गेंद पर मिडविकेट पर शानदार छक्का जड़ सभी की धड़कनें बढ़ा दी। अगली गेंद वाइड रही। इसके बाद सरन ने यॉर्क करने की कोशिश में मारूमा को फुलटॉस गेंद दी जो नो बाल थी और इस पर मारुमा ने चौका जड़ भारतीय खेमे में हलचल मचा दी। लेकिन, अगली दो गेंदों पर कोई रन नहीं बना। ओवर की चौथी गेंद पर मारुमा ने एक रन लेकर एल्टन चिगुम्बुरा (16) को स्ट्राइक दी। चिगुम्बुरा ने पांचवीं गेंद पर चौका जड़ा। आखिरी गेंद पर चार रनों की जरूरत थी, लेकिन चिगुम्बुरा कवर्स पर यजुवेन्द्र चहल को कैच थमा बैठे और जिम्बाब्वे की जीत का सपना अधूरा रह गया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे की शुरुआत अच्छी नहीं रही और टीम ने 17 के कुल स्कोर पर चामु चिबाबा (5) का विकेट गंवा दिया। इसके बाद हेमिल्टन मासाकाड़्जा (15) ने वुसिमुजी सिबांडा (28) के साथ दूसरे विकेट के लिए 40 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर 57 रनों तक पहुंचाया। अक्षर पटेल ने मासाकाड़्जा को पवेलियन भेज इस साझेदारी को तोड़ा। तीन रन बाद सिबांडा भी पवेलियन लौट गए। पीटर जोसेफ मूर (26) को 87 के कुल स्कोर पर चहल ने पवेलियन भेज जिम्बाब्वे को बड़ा झटका दिया। मैल्कम वालेर (10) भी सस्ते में पवेलियन लौट गए। टीम को जिताने की जिम्मेदारी पहले मैच के हीरो चिगुम्बुरा और मारूमा पर थी, लेकिन दोनों असफल रहे। भारत की तरफ से बरिंदर सरन और धवल कुलकर्णी ने दो-दो विकेट लिए। पटेल और चहल को भी एक-एक सफलता मिली।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 138 रन ही बना सकी। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन केदार जाधव ने बनाए। जिम्बाब्वे की अनुशासित गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाज खुलकर रन नहीं बना सके। दूसरे टी-20 मैच में भारत को 10 विकेट से जीत दिलाने वाली मनदीप सिंह (4) और लोकेश राहुल (20) की सलामी जोड़ी 27 रनों पर पवेलियन लौट गई थी। मनदीप को डोनाल्ड टिरिपानो ने 20 के कुल स्कोर पर और राहुल को नेविले माडजिवा ने 27 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेजा। राहुल के जाने के बाद टीम के खाते में एक भी रन नहीं जुड़ा था कि मनीष पांडे (0) रन आउट हो गए। संकट में घिरी टीम को अंबाती रायडू (20) और जाधव ने संभाला। दोनों ने संयम से खेलते हुए चौथे विकेट के लिए 49 रनों की साझेदारी की। कप्तान ग्रीम क्रेमर ने रायडू को पवेलियन भेजा।
महेन्द्र सिंह धौनी (9) रनगति बढ़ाने की कोशिश में टिरिपानो की गेंद पर बोल्ड हो गए। जाधव भी बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में 19वें ओवर में टिरिपानो की गेंद पर चिगुम्बुरा को कैच थमा बैठे। उन्होंने अपनी पारी में 42 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और एक छक्का लगाया। पटेल ने अंतिम ओवरों में 11 गेंदों में 20 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने अपनी पारी का इकलौता छक्का अंतिम ओवर में मारा। जिम्बाब्वे की तरफ से टिरिपानो ने तीन विकेट अपने नाम किए। उनके अलावा मेडजिवा और क्रेमर ने एक-एक विकेट लिया। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ।