नई दिल्ली, 04 अगस्त, (वीएनआई) देश के सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' के लिए इस साल 4 नामों की घोषणा की जाएगी। इतिहास में ऐसा पहली बार होग। इससे पहले साल 1954 में तीन शख्सियतों को भारत रत्न के सम्मान से नवाजा गया था।
सूत्रों के अनुसार सरकार पूर्व उपप्रधानमंत्री ओर बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित कर सकती है। जबकि कद्दावर दलित नेता कांशीराम के साथ-साथ पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी सरकार भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता है। इसके अलावा एक नाम दक्षिण भारत से भी है। कांशीराम को भारत रत्न देने की मांग काफी लंबे समय से की जा रही है। कांशीराम को भारत रत्न उनके द्वारा दलित समुदाय के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों को देखते हुए दिया जा सकता है। कई दलित संगठन इस मांग को लगातार उठाते भी रहे हैं। जबकि पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को देश की राजनीति में उनके योगदान के लिए ये सम्मान दिया जा सकता है।
गौरतलब है किसी भी भारतीय नागरिक को भारत रत्न उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है। शुरू में ये सम्मान कला, साहित्य, विज्ञान और पब्लिक सर्विस क्षेत्र से जुड़ी बड़ी हस्तियों को ही दिया जाता था। लेकिन इसके बाद सरकार ने 2011 में इसमें मानवीय प्रयासों को भी शामिल किया। भारत रत्न के लिए नामों की अनुशंसा देश के प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति के समक्ष की जाती है। हर साल अधिकतम 3 नाम भारत रत्न के लिए भेजे जाते हैं लेकिन इस साल पहली बार 4 नामों की चर्चाएं जोरों पर हैं।
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