सुनील कुमार ,वी एन आई ,नयी दिल्ली 31 -12-2016
आने वाले साल के झरोखे से उम्मीदें मुस्करा कर कह रहीं हैं " ये साल खुशनुमा होगा "
नए साल का स्वागत करें और इसे एक और मौका माने , सही दिशा में चलने का
नए साल में झूट का आवरण उतारें और सत्य का आवरण धारण करें
नया साल पुस्तक के एक अध्याय की तरह हमारे सामने है जिसके खाली पृष्ठों को हमें सुन्दर शब्दों से सजाना है