एक गुणीजन ने कहा था की वो रोज़ सुबह उठ कर देखते हैं की उनका नाम फ़ोर्ब्स धनाड्य लिस्ट में है कि नहीं और जब वो पाते हैं कि उनका नाम नहीं है तो वो अपने काम पर चल देते हैं ,ये एक पहलू था धन का आइये अब जानते हैं ,अर्थव्यवस्था और समानांतर अर्थव्यवस्था के बारे में
समानांतर अर्थव्यवस्था : वो अर्थ व्यवस्था है जो काले धन व् बिना किसी हिसाब किताब के धन पर आधारित है !इससे न केवल अर्थव्यवस्था की एक सही तस्वीर सामने नहीं आती बल्कि सरकार को व् देश को कर इत्यादि का भारी नुक्सान होता है