मुंबई, 11 जुलाई, (वीएनआई) भारत से फरार विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने आज एक बयान जारी कर कहा कि उसने कभी भी आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दिया है और उसका मकसद हमेशा सांप्रदायिक शांति और एकता को बढ़ावा देना रहा है।
गौरतलब है जाकिर नाइक भारत में आतंकवाद से संबंधित मामलों में वांछित है और गिरफ्तारी से बचने के लिए मलयेशिया में रह रहा है। एनआईए ने 2016 में विभिन्न धार्मिक समूहों में बैर को बढ़ावा देने के आरोप में नाइक के खिलाफ आतंकवाद रोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया था।
नाइक ने एक बयान में दावा किया कि उनपर आतंकवाद, घृणित भाषण और धन शोधन का आरोप लगाने के लिए मीडिया ने छेड़छाड़ की गई विडियो क्लिप, संदर्भ से बाहर उद्धधरण और कई अन्य अनुचित तरीके अपनाएं हैं। उसने मलयेशिया में रहने की इजाजत देने के लिए वहां के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद की तारीफ भी की। नाइक ने हाल में मोहम्मद से मुलाकात की थी, जिन्होंने नाइक को प्रत्यर्पित करने के भारत के अनुरोध को खारिज कर दिया है और कहा है कि उन्होंने उनके देश को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।
नाइक ने आगे बयान में कहा, ‘मैंने इस्लाम के नाम पर या अन्यत्र कभी भी आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दिया है।’ उसने कहा, ‘मेरे से संबंध बताने वाला कोई भी बयान इंसानियत के खिलाफ है और काल्पनिक बयान है। मेरा मकसद हमेशा से सांप्रदायिक शांति और एकता को बढ़ावा देने वाला रहा है जो मुझपर लगाए गए आरोपों के एकदम उलट है। मैं फिर कहता हूं कि एक मुस्लिम तब तक एक अच्छा मुसलमान नहीं बन सकता है जब तक वह एक अच्छा इंसान नहीं बन जाता है।’
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