नई दिल्ली, 01 जून, (वीएनआई) देश में जारी कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने आज कर्नाटक के राजीव गांधी स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के खिलाफ हिंसा स्वीकार्य नहीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कोविड-19 के खिलाफ भारत की इस लड़ाई के पीछे चिकित्सा समुदाय और हमारे कोरोना योद्धाओं की कड़ी मेहनत है। वास्तव में डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारी सैनिक ही हैं, वो भी बिना किसी सैनिक की वर्दी के। उन्होंने कहा, मैं ये स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के खिलाफ हिंसा, दुर्व्यवहार और अशिष्ट व्यवहार स्वीकार्य नहीं है।
प्रधानंमत्री ने आगे कहा कि देश ने 22 और एम्स की स्थापना में तेजी से प्रगति देखी है। पिछले पांच वर्षों में हम MBBS में 30,000 से अधिक और स्नातकोत्तर में 15,000 सीटों को जोड़ने में सक्षम हुए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर योजना है। दो साल से भी कम समय में एक करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ मिला है।
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