न्यूयॉर्क, 27 सितम्बर, (वीएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली में अपने भाषण में जहां एक तरफ देश के अंदर हो रहे कामों का जिक्र किया तो वहीं आतंकवाद को लेकर भी दुनिया को आगाह किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम युद्ध नहीं बुद्ध के देश से हैं। उन्होंने कहा हमारी आवाज में आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को सतर्क करने की गंभीरता और आक्रोश दोनों हैं। आतंकवाद मानवता और दुनिया के लिए चुनौती हैं। इस मुद्दे पर बंटी हुई दुनिया उन सिद्धांतों को चोट पहुंचाती है, जिनके आधार पर यूएन का गठन हुआ है।'
प्रधानमंत्री ने आगे पाकिस्तान का नाम लिए बिना ही आतंकवाद पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया का एकजुट होना जरूरी है। बिखरी हुई दुनिया किसी के भी हित में नहीं है। हमारे पास न तो अपनी सीमाओं में सिमटने का विकल्प है। हमें संयुक्त राष्ट्र को नई शक्ति और नई दिशा देनी ही होगी। इसके साथ ही उन्होंने स्वामी विवेकानंद का जिक्र करते हुए कहा, 'सवा सौ साल स्वामी विवेकानंद ने विश्व धर्म संसद से दुनिया को एक संदेश दिया था। यह संदेश था, सद्भाव और शांति। भारत की ओर से आज भी दुनिया के लिए यही संदेश है।'
गौरतलब है प्रधानमंत्री मोदी का उंगा संबोधन इसलिए भी काफी अहम है क्योंकि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद इस महासभा का आयोजन हुआ है। वहीँ प्रधानमंत्री मोदी के लिए यह दूसरा मौका है जब उंगा को उन्होंने संबोधित किया है। इससे पहले साल 2014 में उन्होंने इस सभा को संबोधित किया था।
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