नई दिल्ली, 27 सितम्बर, (वीएनआई) संयुक्त राष्ट्र के प्रतिष्ठित 'चैंपियन ऑफ द अर्थ' अवॉर्ड से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया है। पर्यावरण के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा इस सम्मान से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत 4 अन्य लोगों को सम्मानित किया गया है। गौरतलब है कि यह छह चैंपियन छह अलग-अलग वर्गों नीति नेतृत्व, उद्यमी विजन, विज्ञान व नवाचार, प्रेरणा व एक्शन और लाइफटाइम अचीवमेंट में चुने जाते हैं। मोदी को यह सम्मान फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रां के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन बनाने में उत्कृष्ट काम करने और पर्यावरण बचाव कार्यों में सहयोग के नए क्षेत्र तलाशने के लिए नीति नेतृत्व वर्ग में दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में पर्यावरण के सबसे बड़े सम्मान से नवाजे जाने के बाद धन्यवाद भाषण दिया है। मोदी ने अपने भाषण में कहा कि, यह सम्मान किसी व्यक्ति का नहीं है। यह सम्मान भारत की महान परंपरा का है। जहां सदियों से हमें प्रकृति के साथ सहजीवन के संस्कार मिले हैं। और मुझे खुशी है कि आज मानव जाति प्रकृति के महत्व को स्वीकारने लगी है। प्रकृति के साथ संघर्ष ने मानव जाति का भी विनाश किया है और प्रकृति का भी विनाश किया है। उन्होंने कहा इस बदलते हुए माहौल में अब हम सब प्रकृति का रक्षा की ओर बल दे रहे हैं। उसे चाहे ग्लोबल वार्मिग जैसे शब्द हो या इनवायरमेंट जैसे शब्द हों चाहें कार्बन एमिशन जैसे शब्द हो या विकासशील या विकसित जैसे शब्द हो भाषाएं और परिभाषाएं कुछ भी हो हमें पर्यावरण सुरक्षा की ओर ध्यान देना होगा। जो आखिरी छोर का व्यक्ति है और जो वंचित है वह इन सारी परिस्थितियों का शिकार होता है। दुनिया जो चाहती है भारत उसमे कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तैयार है। यह स्मान सवा सौ करोड़ हिन्दुस्तानियों का है। मैं सभी का इस सम्मान के लिए धन्यवाद करता हूं।
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