पटना, 25 अगस्त (वीएनआई)| बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों विधानसभा और विधानपरिषद में मानसून सत्र के आखिरी दिन आज 'सृजन स्वयंसेवी घोटाले' को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
मानूसन सत्र के पांचवें और अंतिम दिन आज विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सरकार पर सृजन घोटाले में आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि सृजन घोटाला मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले से भी बड़ा है। इसके आरोपियों की भी लगातार मौत हो रही है। इसके बाद राजद के सदस्य हंगामा करने लगे। संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सरकार नियम के तहत किसी भी मामले को लेकर बहस करने को तैयार है। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने विपक्षी सदस्यों से प्रश्नोत्तर काल चलने देने की बात कही, परंतु विपक्ष कार्यस्थगन के तहत सृजन घोटाले पर बहस कराने की मांग को लेकर हंगामा करता रहा। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इधर, विधान परिषद में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के इस्तीफे को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। हंगामे के कारण विधान परिषद की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार गरीबों की बात सदन के अंदर और बाहर दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सृजन घोटाले को लेकर नीतीश और सुशील मोदी जब तक इस्तीफा नहीं देते तब तक सदन नहीं चलने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के पद पर रहते सृजन घोटाले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है। गौरतलब है कि पहले चार दिन भी सृजन और बाढ़ के मुद्दे को लेकर दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही।
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