नई दिल्ली, 20 फरवरी (वीएनआई) सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद कल यानि मंगलवार को भारत के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर हवाईअड्डे पर उनका स्वागत किया .
भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान का राष्ट्रपति भवन में परम्परागत ढंग से स्वागत किया जहां उन्हे गार्ड ऑफ ऑनर से नवाजा गया। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन में स्वागत समारोह के सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह भारत की यात्रा पर आकर बहुत प्रसन्न हैं। भारत और सऊदी प्रायद्वीप का रिश्ता काफी पुराना है जो 2000 वर्षो से भी पहले से शुरू होता है। उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी प्रायद्वीप का रिश्ता हमारे डीएनए में बसा है.
सऊदी अरब के प्रिंस ने कहा कि भारत के लोग हमारे मित्र हैं और पिछले 70 वर्षों से सऊदी अरब को आगे बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं।"आज हम रिश्तों को बरकरार रखना चाहते हैं, और दोनों देशों के भले के लिए उन्हें बेहतर करना चाहते हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम सऊदी अरब और भारत के लिए अच्छे काम कर सकते हैं.
इसके पश्चात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान के बीच बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए। डील के दौरान पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान का नाम उठाया और दोनों देशों की साझा प्रेस कांफ्रेंस में आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई की बात भी कही गई, उन्होने ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर चर्चा हुई। सऊदी अरब और भारत आतंकवादी, कट्टरवाद पर एक जैसा विचार रखते हैं। उन्होंने कहा कि अतिवाद के खिलाफ सहयोग और इसके लिए एक मज़बूत कार्ययोजना की भी जरूरत है, ताकि हिंसा और आतंक की ताकतें हमारे युवाओं को गुमराह न कर सकें। मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और भारत इस बारे में साझा विचार रखते हैं। हालांकि सऊदी अरब के प्रिंस ने पुलवामा का जिक्र तक नहीं किया।
भारत और सऊदी के बीच 5 महत्वपूर्ण मुद्दों पर समझौता हुआ।
1. भारत और सऊदी अरब के बीच ऊर्जा को लेकर बड़ा ्करार हुआ है।
2. भारत और सऊदी अरब के बीच टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक एमओयू पर साइन हुए हैं। ऐसे में दोनों देश पर्यटन को बढ़ाना चाहते हैं।
3. भारत और सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भी समझौता हुआ है। गौरतलब है कि भारत और सऊदी अरब का द्विपक्षीय कारोबार साल 2017-18 में 27.48 अरब डालर का रहा है। सऊदी अरब, भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है। सऊदी अरब ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो कच्चे तेल के संबंध में 17 प्रतिशत जरूरतों की आपूर्ति करता है।
4. दोनों देशों के बीच प्रसार को साझा करने पर भी करार हुआ है। भारत में प्रसार भारती और वहां के सरकार प्रसारण के बीच डील हुई है। ताकि दोनों देशों के बीच पारंपरिक और सांस्कृतिक समझ पैदा हो।
5. अंत में दोनों देशों के बीच इंटरनेशनल सोलर अलायंस को लेकर भी बड़ा करार हुआ है। भारत ने सोलर अलाइंस समिट सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए कई देशों से समझौता किया है।
No comments found. Be a first comment here!