पटना, 9 जुलाई ( अनुपमाजैन/ वीएनआई) 86 वर्षीय बुजुर्ग अम्मा कुलबदन देवी, चेहरा झुरियो से भरा, लाठी टेक कर देह को सहारा दे कर चलती है, लेकिन इस उम्र मे उनका जज्बा युवाओ को भी मात देता है.बिहार की राजधानी पटना से करीब साठ किलोमीटर दूर मसौढ़ी अनुमंडल के बेर्रा पंचायत की मुखिया से जो अपनी इस जिम्मेवारी को तीरथ करने जैसा मानती है और इस चुनाव में वे लगभग तीस साल की युवा प्रत्याशी नाज़मी परवीन को हरा कर मुखिया बनी है
उनका कहना है 'तीरथ नहीं किया तो यहीं तीरथ कर रही हूं.'इस सवाल पर उनके पोपले से मुख की मुस्कराहट और खिल जाती है' एक चुनौती से भरे अंदाज मे उनका कहना है
' इस उम्र मे मेरा जज्बा बरकरार है अगर हिम्मत नहीं रहती तो क्या चुनाव लड़ती और जीतती'
पांचवी पास कुलबदन देवी के पति किसान थे. परिवार में बहू, बेटा और पोता साथ रहते हैं. चुनाव प्रचार में कुलबदन देवी पोता गौतम उनके साथ चुनाव प्रचार करता था.
कुलबदन देवी ने गॉव को आश्वासन दिया कि वे गॉव के बूढ़े- बुज़ुर्ग को पेंशन दिलवाने और पंचायत भवन बनवाने का ्प्रयास करेगी' गॉव वाले भी अपनी इस बुजुर्ग अम्मा से काफी आशा रखे हुए है.उनका कहना है उन्होने दुनिया देखी है वह जरूर कुछ करेंगी.