नई दिल्ली10 फरवरी (सुनील, अनुपमा जैन, वीएनआई)) आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में इस बार जैसी जीत हासिल की है, इससे पहले ऐसी जीत दिल्ली ने कभी नहीं देखी थी। आप ने तकरीबन 95 प्रतिशत सीटों पर कब्ज़ा किया है और 70 मे से 67 सी्टे प्राप्त की हैं, वोट शेयर मे उसे 54 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं 1998 के चुनावों में कांग्रेस ने 70 में से 52 सीटें जीती थीं और करीब 48 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था।
1993 के चुनावों में बीजेपी ने 49 सीटें हासिल की थीं और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। इस चुनाव में कांग्रेस को मात्र 14 सीटें हासिल हुई थीं।
93 के चुनावों में बीजेपी का वोट शेयर 42 प्रतिशत था। 1998 में कांग्रेस जीती तो 15 साल तक दिल्ली पर शासन किया और अब 2015 में ये तकरीबन तय है कि कांग्रेस का खाता तक नहीं खुलेगा, अजय माकन ने महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है
2013 में भाजपा ने 32 सीटें जीती थीं और आम आदमी पार्टी ने 28 सीटें। कांग्रेस ने भी 8 सीटें जीती थीं।
अब 2015 में 54 प्रतिशत वोट शेयर के साथ आम आदमी पार्टी ने जैसी कामयाबी हासिल की है वैसी जीत दिल्ली की जनता ने कभी नहीं देखी थी
ये जीत यकीनन ऐतिहासिक है और कई मायने में बहुत महत्वपूर्ण भी। जनता ने तो प्रचंड बहुमत दिया है लेकिन अब देखना ये होगा कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी इस जनता के इस विश्वास पर कितना खरा उतर पाएगी।केजरीवाल ने सार्वजनिक संबोधन में इसे सच्चाई व ईमानदारी की जीत बताया है। केजरीवाल ने कहा \'\'हमें जो ज़िम्मेदारी मिली है उससे काफ़ी डर भी लग रहा है. मैं निवेदन करता हूं पूरी पार्टी से कि ज़रा सा भी अहंकार मत करना. कांग्रेस का हाल, बीजेपी का हाल अहंकार की वजह से हुआ. अगर किया तो यही सबक़ जनता हमें पांच साल बाद दिखाएगी. हम सभी को सेवा करनी है.\'\'
केजरीवाल ने अपने सभी समर्थकों का धन्यवाद किया और कहा कि जो सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं, ब्रह्मांड की शक्तियां भी उनकी मदद करती हैं.
मध्य दिल्ली स्थित आप के दफ्तर में पार्टी के हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि आप की सरकार इस तरह काम करेगी कि गरीब और अमीर, दोनों दिल्ली पर गर्व कर सकें
अरविंद केजरीवाल ने एक इंटरवियु मे कहा कि कहा कि यह जनता की जीत है। घूसखोरी खत्म करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं वीआईपी कल्चर को खत्म करूंगा।