चेन्नई,१२ दिसंबर (वी एन आई) बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफ़ान 'वरदा' चेन्नई के उत्तर में समुद्र तट से टकरा गया है. तूफ़ान की वजह से आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में तेज़ हवाएं चल रही हैं.१५० किलो मीटर की रफ्तार वाली तूफानी हवाओ से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, दो लोगो की मौत हो गई है,भारी बारिश हो रही है और कई जगह पेड़ उखड़ गए हैं अनेक वाहन उलट गये है तथा रेल सेवाये बुरी तरह से प्रभावित हुई है,विमान सेवाये स्थगित है.
तमिलनाडु में इस तूफान की वजह से दो लोगों की मौत हो चुकी है. आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में वरदा के चलते आर्मी, नेवी और एयरफोर्स हाई अलर्ट पर हैं. करीब 16000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.पुडुचेरी में भी आज सुबह से रक रक कर बूंदाबांदी हो रही है. राज्य सरकार ने पर्यटकों एवं अन्य लोगों को समुद्र तट के निकट जाने से रोकने के लिए एहतियातन कदम उठाये हैं. तटवर्ती इलाकों नेल्लोर में बंगाल की खाड़ी के तट के पास सात मंडलों के 9,400 से अधिक लोगों को आज सुबह भारी बारिश के बीच राहत शिविरों में भेजा गया. समुद्र तट के पास ढाई किलोमीटर लंबी पूरी सड़क पर पुलिस बल तैनात किये गये हैं और समुद्र तट की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर अवरोधक लगाये गये हैं. सभी स्कूल एवं कॉलेज आज बंद हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अगले 3 से 4 घंटे में यह तूफ़ान गुज़र जाएगा. चेन्नई एयरपोर्ट से 6 बजे तक उड़ाने स्थगित बंद हैं. तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय आपदा बल की 19
नौसेना अपने ऑपरेशन 'मदद' के साथ तैयार है. नौसेना के दो युद्धपोत तैनात हैं और युद्धपोत पर मेडिकल टीमें, राहत सामग्री जैसे- कपड़े, कंबल और दवाइयां तैयार हैं. गोताखोरों की 22 टीमें तैयार हैं. सेना की 7 टुकड़ियां भी तैनात हैं.
तूफान के चलते कई इलाकों की बिजली को बंद कर दिया गया है, ताकि अनहोनी से बचा जा सके. तटीय इलाकों से लोगों को बाहर निकाला गया है. अगले 2 घंटे भारी बारिश की संभावना के चलते लोगों से घर में रहने की अपील की गई है.
चेन्नई, तिरूवल्लूर एवं कांचीपुरम जिलों में सुबह से भारी बारिश हो रही है और इन जिलों में तेज हवाएं भी चल रही हैं. इन इलाकों के कई हिस्सों में एहतियातन विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई है. थल सेना, नौसेना एवं वायु सेना के साथ सशस्त्र बलों को भी तैयार रहने को कहा गया है ताकि कभी भी आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तैनात किया जा सके.
मछुआरों से अगले 48 घंटे तक समंदर में नहीं जाने को कहा गया है. वरदा के कारण तमिलनाडु सरकार ने प्रभावित इलाक़ों में आज सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है. इसके तहत स्कूल-
इसके मद्देनजर आंध्र प्रदेश के एसपीएस नेल्लोर जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने नेल्लोर जिला प्रशासन से 255 निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया है. इसी बीच जिले में आज सुबह से बारिश हो रही है. वरदा के प्रभाव के कारण नेल्लोर और चित्तूर जिलों में भारी बारिश की संभावना है. नेल्लोर जिले के सूलूरपेटा मंडल में आज सुबह 30 लोगों को राहत शिविर में भेजा गया. दक्षिण मध्य रेलवे ने चक्रवात को देखते हुए सूलूरपेटा और चेन्नई के बीच चलने वाली कुछ सवारी रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया है. विजयवाड़ा-चेन्नई-विजयवाड़ा पिनाकिनी एक्सप्रेस और कुछ अन्य एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है.
पुडुचेरी में भी आज सुबह से रक रक कर बूंदाबांदी हो रही है. राज्य सरकार ने पर्यटकों एवं अन्य लोगों को समुद्र तट के निकट जाने से रोकने के लिए एहतियातन कदम उठाये हैं. तटवर्ती इलाकों नेल्लोर में बंगाल की खाड़ी के तट के पास सात मंडलों के 9,400 से अधिक लोगों को आज सुबह भारी बारिश के बीच राहत शिविरों में भेजा गया. समुद्र तट के पास ढाई किलोमीटर लंबी पूरी सड़क पर पुलिस बल तैनात किये गये हैं और समुद्र तट की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर अवरोधक लगाये गये हैं. सभी स्कूल एवं कॉलेज आज बंद हैं.